कोलंबो, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। श्रीलंका की मुख्य तमिल पार्टी ने रविवार को तमिल टाइगर विद्रोहियों (लिट्टे) के साथ जुड़े होने और पूर्व में काम करने के आरोपों का खंडन किया।
समाचार एजेंसी ‘सिन्हुआ’ के मुताबिक, श्रीलंका की मुख्य तमिल बाहुल्य पार्टी, तमिल नेशनल अलायंस (टीएनए) पर तमिल टाइगर्स (लिट्टे) की विचारधारा को फैलाने का आरोप है। लिट्टे ने 2009 में हार से पहले देश में 30 सालों तक गृहयुद्ध लड़ा था।
टीएनए विधायक एम.ए. सुमंतीरन ने समाचार पत्र ‘संडे लीडर’ को बताया, “हमारा लिट्टे के साथ कोई गठबंधन नहीं है और न ही हम उनकी विचारधारा के साथ जुड़े हुए हैं। हम तमिल लोगों के अधिकारों के लिए खड़े हैं। लेकिन हम आतंकवाद के पक्ष में नहीं है और न ही हम इसे प्रोत्साहित करते हैं और सब यह जानते हैं।”
उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि तमिल टाइगर्स एक बार फिर एकजुट हो श्रीलंका में दोबारा आतंकवाद शुरू कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरें कुछ चुनिंदा पार्टियों द्वारा लोगों के मन में डर व्याप्त करने के लिए गढ़ी जा रही हैं।
टीएनए ने हाल ही में श्रीलंकाई संसद में पार्टी के नेता को विपक्षी नेता बनाए जाने की मांग की थी। लेकिन कुछ विपक्षी पार्टियां लिट्टे विद्रोहियों के साथ पार्टी के कथित संबंधों की वजह से इसके खिलाफ थीं।