पुलिस के अनुसार, अजय वाराणसी के चर्चित दोहरे हत्याकांड का आरोपी था। आठ साल जेल की सलाखों में रहने के बाद पिछले साल छूटा था। लंका थाने में उसके खिलाफ आठ मुकदमे दर्ज हैं। वह अपने साथी के साथ भदोही आया था। यहां से जाते वक्त यह हादसा हुआ। त्यागी का नाम पूर्वाचल के नामी अपराधियों में नाम शुमार था।
औराई पुलिस ने बताया कि अजय त्यागी (47) वाराणसी के लंका थाने के सिरगोवर्धन का निवासी था। उसके पिता काशी हिंदू विश्वविद्यालय में कर्मचारी हैं। वह शुक्रवार को वाराणसी के मालवीय नगर निवासी अपने साथी सिकंदर के और नासिपुर के दो अन्य साथियों के साथ भदोही कोतवाली के सुंदरवन में आया था। यहां उसके साथी सिंकदर ने जमीन ले रखी है। उसी की बाउंड्री वाल कराने सभी चारों लोग आए थे। वैन से टकराने के बाद पल्सर बाइक के हैंडिल में लगी रॉड अजय त्यागी के सीने में धंस गई।
दोहरे हत्याकांड के जुर्म में वह सालभर पहले जेल से निकला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।