रायपुर, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में कष्टों के निवारण और व्यापारिक सफलता के लिए भक्त महाबली हनुमान की प्रार्थना करते हैं और कार्य में सफलता मिलने पर उन्हें अपनी आमदनी की एक फीसदी रकम ब्याज के रूप में चढ़ाते हैं।
सूबे के बिलासपुर शहर में रेलवे परिक्षेत्र स्थित हनुमान मंदिर में यह परंपरा 70 साल पहले से चली आ रही है। भक्तों और व्यापारियों के बीच बजरंगबली ‘ब्याजु हनुमान’ के रूप में प्रसिद्ध हैं। भक्तों का कहना है कि यह क्षेत्र कभी शहर का प्रमुख व्यापारिक केंद्र था।
ब्याज की रकम से गरीबों और असहायों की मदद की जाती है। मंदिर के पुजारी पं. रमेश तिवारी ने बताया कि रामभक्त हनुमान साक्षात देवता हैं और वे अपने भक्तों पर विशेष कृपा भी रखते हैं। उनकी कृपा से व्यापार में आई परेशानी दूर होती है।
उन्होंने बताया कि व्यापारी अपने व्यापार में आई परेशानियों को दूर करने और व्यापार की सफलता के लिए हनुमान को अर्जी लगाते हैं। सफलता मिलते ही व्यापारी अपने व्यापार से हुई आमदनी का एक फीसदी हिस्सा शनिवार और मंगलवार को हनुमानजी को अर्पित करते हैं।
आसपास के क्षेत्र में रहने वाले भक्तों का कहना है कि हनुमान उनकी सभी मनोकामनाओं को जल्द पूरा करते हैं।
हनुमान भक्त रिंकू यादव ने बताया कि उसे ऑटो रिक्शा लेने के लिए बैंक से कर्ज लेना था। कर्ज के लिए जरूरी कागजात जमा करने के बावजूद उसे कर्ज देने से मना कर दिया गया। तब उसने हनुमानजी को अर्जी दी और उनकी कृपा से ऑटो के लिए कर्ज मिल गया। आज उसके पास दो ऑटो रिक्शा हैं। वह भी अपनी आय का 1 फीसदी ब्याज हनुमान को अर्पित करता है।
छोटे-छोटे व्यवसाय के लिए बैंक से कर्ज लेने के इच्छुक लोग हनुमानजी की प्रार्थना करते हैं। भक्तों का मानना है कि बजरंगबली को अर्जी लगाने से कर्ज मिलने में आई कठिनाई जल्द दूर हो जाती है।
इस मंदिर में अनेक धार्मिक आयोजन होते रहे हैं। हनुमान जयंती पर भव्य आयोजन होता है, जिसमें दूर-दूर से बड़ी संख्या में व्यापारी और भक्त आते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति और व्यापारिक सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं। ‘ब्याजु हनुमान’ सिर्फ बिलासपुर ही नहीं, बल्कि समूचे प्रदेश में प्रसिद्ध हैं।