कोलकाता, 26 मार्च (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) समर्थित स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने गुरुवार को मानव संसाधन विकास मंत्री से अपील की कि कथित तौर पर वित्तीय अनियमितता तथा छात्रों के हितों को नुकसान पहुंचाने वाले निरंकुश निर्णयों को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कुलपति को बर्खास्त किया जाए।
एसएफआई के महासचिव तथा राज्यसभा सदस्य रीताब्रत बनर्जी ने स्मृति ईरानी को लिखे एक पत्र में कहा, “मैं यह पत्र इस विश्वास के साथ लिख रहा हूं कि आपके सक्षम नेतृत्व में आपका मंत्रालय इस प्रक्रिया को एक तर्कसंगत अंत तक ले जाएगा और सार्वजनिक शिक्षा को नुकसान पहुंचाने के लिए कुलपति को बर्खास्त किया जाएगा।”
बनर्जी ने लिखा, “असंगत वित्तीय फैसले लेने के लिए सांविधिक निकायों को नजरंदाज किया गया। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मद में मिले 172.56 करोड़ रुपये की निधि को किसी और काम में लगाया गया, जिसे शिक्षण संकाय के विस्तार तथा बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए दिया गया था। इन पैसों से एफवाईयूपी (चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम) के छात्रों के लिए लैपटॉप खरीद लिया गया।”
बनर्जी ने कुलपति पर आरोप लगाया कि उन्होंने विधि व नियम में संशोधन, कार्यकाल, प्रशासनिक नियुक्तियों की प्रक्रिया, अध्ययन के पाठ्यक्रम से संबंधित मामलों में आपात शक्तियों का उपयोग किया।