सिडनी, 20 मार्च (आईएएनएस)। केवल स्थलीय ही नहीं, बल्कि जलीय जीव भी रूप बदलकर अपने शिकार को चकमा देते हैं। एक नए शोध के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के ग्रेट बैरियर रीफ में रहने वाली एक छोटी मछली शिकार के दौरान न सिर्फ अपना रंग बदल लेती है, बल्कि वह अपनी ही प्रजाति की वयस्क मछली होने का नाटक भी करती है।
समस्त भारत-प्रशांत द्वीप में पाई जाने वाली डस्की डॉटिबैक (सूडोक्रोमिस फिस्कस) एक छोटी सी शिकारी मछली है, जिसमें अपना रंग बदलने की क्षमता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रंग बदलने की इसकी क्षमता देखकर वैज्ञानिक हैरत में पड़ गए, जिसके बाद बेसेल विश्वविद्यालय के विकासवादी जीव विज्ञानी फेबियो कॉर्टेसी तथा वाल्टर साल्जबर्गर के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय शोध दल ने इसपर शोध किया।
जीव विज्ञानी अब यह स्पष्ट करने में सक्षम हैं कि डॉटिबैक अन्य मछलियों की प्रजाति की नकल करने व शिकार का पीछा करने के लिए अपना रंग बदल सकती है।
डॉटिबैक द्वारा रंग बदलने की क्षमता उसे अन्य शिकारियों से भी सुरक्षा प्रदान करती है।
यह अध्ययन पत्रिका ‘साइंस’ में प्रकाशित हुआ है।