पणजी, 15 मार्च (आईएएनएस)। गोवा सरकार द्वारा मौजूदा वर्ष के लिए वाणिज्यिक और औद्योगिक अवकाश सूची से गांधी जयंती की छुट्टी हटाने के फैसले की पूरे देश से आलोचना होने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अनिच्छा से माफी मांगनी पड़ी।
केंद्र में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस चूक पर स्पष्टीकरण की मांग की है।
वाणिज्यिक और औद्योगिक अवकाश सूची से गांधी जयंती की छुट्टी हटाने की अधिसूचना पिछले वर्ष सितंबर में ही जारी कर दी गई थी, लेकिन शनिवार को मामले ने तब तूल पकड़ लिया जब कांग्रेस ने राज्य में सत्ताधारी भाजपा सरकार पर राष्ट्रपिता का अपमान करने और उनकी छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस ने शनिवार को राज्य सरकार के राजपत्र का हवाला देते हुए राज्य में भाजपा नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर गांधी जयंती को अवकाश सूची से बाहर निकाल कर सांप्रदायिक राजनीति में लिप्त रहने का आरोप भी लगाया।
कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गादास कामत ने कहा, “इससे स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार के गुप्त एजेंडे का पता चलता है। ऐसा लगता है कि यह तो अभी सिर्फ शुरुआत है। उम्मीद है कि सरकार भविष्य में नाथूराम गोडसे के जन्मदिवस पर अवकाश की घोषणा न कर दे।”
गौरतलब है कि गांधी जयंती को अवकाश सूची से हटाने के आदेश वाले अधिसूचना में गणेश चतुर्थी की अतिरिक्त छुट्टी को शामिल करने का आदेश भी जारी किया गया है, जिससे लगातार दो धार्मिक छुट्टियां हो जाती हैं।
कामत ने कहा, “हम चाहते हैं कि इसकी जांच हो कि आखिर ऐसा कैसे हुआ और गांधी जयंती का अवकाश बरकरार रखने की मांग करते हैं।”
ऐसा नहीं है कि इसका विरोध सिर्फ विपक्षी दल ही कर रहे हैं, बल्कि भाजपा के ही एक वरिष्ठ विधायक ने भी इस पर आश्चर्य व्यक्त किया है और सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है।
उत्तर गोवा के भाजपा अध्यक्ष माइकल लोबो ने संवाददाताओं से कहा कि वह इस मुद्दे को मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर और उपमुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा के समक्ष उठाएंगे।
लोबो ने कहा, “इस खबर से मैं अचंभित हूं। आप देश के राष्ट्रपिता का निरादर नहीं कर सकते। यह सही कदम नहीं है। मैं मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से इसकी शिकायत करूंगा और अवकाश को बरकरार रखने की मांग करूंगा।”
मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर ने रविवार की देर शाम मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए इसे अधिसूचना में हुई त्रुटि बताया और इसे कांग्रेस की शरारत करार दिया।
पार्सेकर ने पत्रकारों से कहा, “सरकार की मंशा गांधी जयंती को अवकाश सूची से हटाने की बिल्कुल नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो या तो यह गलती से हुआ है या कांग्रेस की शरारत है। गोवा में जिला पंचायत के चुनाव होने वाले हैं और कांग्रेस विवाद पैदा करने के लिए किसी भी स्तर तक उतर सकती है।”