कोलंबो, 13 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विनम्र शब्दों में श्रीलंका सरकार को अपने तमिल अल्पसंख्यकों तक पहुंचने का इशारा किया, मगर पूरी तरह सफाया हो चुके तमिल टाइगर्स को आतंकवादी कहा।
श्रीलंका की संसद में सावधानीपूर्वक दिए गए संबोधन में मोदी ने यह कहने पर जोर दिया कि द्वीप देश को सभी विविधताओं का सम्मान करने करने की जरूरत है।
श्रलंकाई सांसदों की मेजें थपथपाने के बीच उन्होंने कहा कि श्रीलंका ने आतंकवाद पर सफलता पूर्वक विजय प्राप्त की और लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को अंत तक पहुंचाया।
उनका इशारा श्रीलंका सेना के हाथों मई 2009 में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल इलम (लिट्टे) की पराजय की तरफ था। लिट्टे के खात्मे के बाद एक चौथाई शताब्दी तक चले पृथकतावादी संघर्ष का खात्मा हो गया।
अधिकांश तौर पर सिंहली राजनेताओं के बीच अंग्रेजी में दिए गए संबोधन में उन्होंने कहा, “आप सभी जानते हैं कि समाज के सभी समुदाय का दिल जीतने और सभी घाव भर जाने की ऐतिहासिक घड़ी आती है।”