तिरुवनंतपुरम, 13 मार्च (आईएएनएस)। केरल विधानसभा में शुक्रवार को बजट पेश होने के दौरान हुए उपद्रव में कई वामपंथी विधायक घायल हो गए जिसके विरोध में एलडीएफ (वाम लोकतांत्रिक मोर्चा) के नेताओं ने शनिवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है।
एलडीएफ ने एक बैठक में राज्यपाल पी. सतशिवम को फोन कर यह सूचित करने का भी फैसला लिया है कि वित्त मंत्री के.एम. मणि द्वारा बजट पेश करते समय बजट प्रस्तुति के सभी नियम और कानूनों का पालन नहीं किया गया।
केरल विधानसभा में शुक्रवार को कई उपद्रवी दृश्य देखने को मिले। वामपंथी विपक्ष के विधायकों ने मणि द्वारा बजट पेश किए जाने पर अपना विरोध जताने के लिए विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तोड़ दिए।
जिस दौरान मणि अपना बजट भाषण पढ़ रहे थे, उस दौरान विपक्ष के गुस्साए विधायकों की सत्ता पक्ष के विधायकों के साथ जमकर बहस हुई।
बाद में विपक्ष के नेता वी.एस. अच्युतानंदन ने आरोप लगाया कि एलडीएफ के 20 से ज्यादा विधायकों को सुरक्षा कर्मियों और सत्ता पक्ष के विधायकों ने पीटा जिसके बाद उन्हें चिकित्सा उपचार के लिए जाना पड़ा है।
राज्य के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने हालांकि संवाददाताओं से कहा कि यह एक योजना के तहत किया जा रहा है, और इसकी पटकथा वामपंथी विपक्ष ने पहले ही लिख ली थी।
बंद के आह्वान के बारे में चांडी ने कहा, “दो सप्ताह पहले मुझे पता था कि बजट पेश होने के अगले दिन वे बंद का आह्वान करेंगे। विधानसभा में आज क्या हुआ वो देखिए। सब कुछ उन्होंने किया और अब इस शर्मनाक काम को छिपाने के लिए वे बंद का आह्वान कर रहे हैं। जनता सब कुछ देख रही है।”
इस साल दूसरी बार राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया गया है। पहली बार 27 जनवरी को भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) ने बंद का आह्वान किया था, जिसका उद्देश्य मणि के इस्तीफे के लिए दबाव बनाना था।
ज्ञात हो कि मणि पर केरल के शराब विक्रेताओं ने बंद पड़े बार को दोबारा से खोलने की अनुमति देने लिए एक करोड़ रुपये बतौर रिश्वत लेने का आरोप लगाया था।