हेमिल्टन, 10 मार्च (आईएएनएस)। शिखर धवन (नाबाद 97) और रोहित शर्मा (64) की शानदार अर्धशतकीय पारियों की बदौलत भारत ने मंगलवार को सेडन पार्क स्टेडियम में जारी आईसीसी विश्व कप-2015 के ग्रुप-बी के अपने पांचवें मैच में आयरलैंड द्वारा दिए गए 260 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 25 ओवरों की समाप्ति तक एक विकेट पर 175 रन बना लिए हैं।
रोहित और धवन ने विश्व कप में भारत के लिए पहले विकेट के लिए 174 रनों की रिकार्ड साझेदारी को अंजाम देते हुए अपनी टीम को जीत की ओर अग्रसर किया। इन दोनों ने 1996 विश्व कप में केन्या के खिलाफ बनाए गए सचिन तेंदुलकर और अजय जडेजा के 163 रनों के रिकार्ड को पीछे छोड़ा।
धवन ने अपनी 76 गेंदों की पारी में 11 चौके और पांच छक्के लगाए हैं जबकि 174 रन के कुल योग पर आउट होने वाले रोहित ने 66 गेंदों का सामना कर तीन चौके और तीन छक्के लगाए। भारत को अब जीत के लिए 25 ओवरों में 85 रनों की जरूरत है जबकि उसके नौ विकेट शेष हैं। विराट कोहली ने अभी खाता नहीं खोला है।
रोहित ने 31 रन के निजी योग पर पहुंचने के साथ एकदिवसीय करियर में 4000 रन पूरे कर लिए। ऐसा करने वाले वह भारत के 14वें बल्लेबाज हैं।
रोहित अपने करियर के 132वें मैच में यह मील का पत्थर हासिल किया। रोहित विश्व के एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने एकदिवसीय मैचों में दो बार दोहरे शतक लगाए हैं। उनके नाम एकदिवसीय मैचों का सर्वोच्च व्यक्तिगत योग (264) है।
रोहित ने अब तक अपने करियर में छह शतक और 25 अर्धशतक लगाए हैं और एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर 49 के औसत से रन बटोरे हैं।
जहां तक औसत की बात है तो सलामी बल्लेबाज के तौर पर रोहित दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला के बाद दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज हैं।
रोहित से पहले भारत के लिए 4000 या उससे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में सचिन तेंदुलकर (18426), सौरव गांगुली (11221), राहुल द्रविड़ (10768), मोहम्मद अजहरूद्दीन (9378), युवराज सिंह (8237), महेंद्र सिंह धौनी (8169), वीरेंद्र सहवाग (7995), विराट कोहली (6451), अजय जडेजा (5359), गौतम गम्भीर (5238), सुरेश रैना (5206), नवजोत सिंह सिद्धू (4413) और के. श्रीकांत (4091) शामिल हैं।
इससे पहले, नियाल ओब्रायन (75) और कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड (67) की बेहतरीन अर्धशतकीय पारियों की बदौलत आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 49 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 259 रन बनाए।
तीन मैचों में भारत के खिलाफ यह आयरलैंड का अब तक का सबसे बड़ा योग है। पोर्टरफील्ड ने पॉल स्टर्लिंग (42) के साथ पहले विकेट के लिए 15 ओवरों में 89 रनों की साझेदारी की। यह आयरिश पारी की सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई।
इस साझेदारी के दौरान पोर्टरफील्ड और स्टर्लिग ने भारतीय तेज गेदबाजों की जमकर खबर लेते हुए मैदान के हर कोने में बेहतरीन शॉट्स लगाए।
मजबूरी में कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को स्पिनरों को आजमाना पड़ा। उनका यह कदम सफलता लेकर आया।
स्टर्लिग का विकेट 89 रन के कुल योग पर रविचंद्रन अश्विन ने लिया जबकि 92 के कुल योग पर सुरेश रैना ने एड जॉयस (2) को बोल्ड किया।
स्टर्लिग ने 41 गेंदों की पारी में चार चौके और दो बेहतरीन छक्के लगाए। इसके बाद हालांकि पोर्टरफील्ड और नियाल ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़कर नुकसान की भरपाई की।
पोर्टरफील्ड 145 के कुल योग पर मोहित शर्मा की गेंद पर उमेश यादव के हाथों लपके गए। आयरिश कप्तान ने 93 गेंदों का सामना कर पांच चौके और एक छक्का लगाया।
कप्तान की विदाई के बाद एंडी बालबिर्नी (24) ने नियाल के साथ मिलकर पारी को संवारने का काम किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 61 रन जोड़े।
बालबिर्नी का विकेट 206 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने 24 गेंदों पर तीन चौके लगाए। आयरलैंड ने हालांकि इसके बाद 32 रनों के कुल योग पर छह विकेट गंवा दिए।
पारी के 39वें से 46वें ओवर के बीच आउट होने वाले बल्लेबाजों में केविन ओब्रायन (1), गैरी विल्सन (6), नियाल, स्टुअर्ट थाम्पसन (2) और जार्ज डॉकरेल (6) शामिल हैं।
नियाल ने आयरलैंड के लिए भारत के खिलाफ सबसे बड़ी पारी खेलते हुए 75 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्के लगाए।
अंतिम विकेट के रूप में एलेक्स कुसाक (11) और जॉन मूनी (12) ने 21 रन जोड़े। कुसाक पारी के 49वें ओवर की अंतिम गेंद पर उमेश यादव के हाथों लपके गए। कुसाक ने 13 गेंदों पर एक चौका लगाया। मूनी की 16 गेंदों की नाबाद पारी में एक चौका शामिल है।
भारत की ओर से मोहम्मद समी ने तीन और रविचंद्रन अश्विन ने दो विकेट लिए। इसके अलावा सुरेश रैना, उमेश, मोहित और रवींद्र जडेजा को एक-एक सफलता मिली।
भारत इस ग्रुप में अपने अब तक के सभी चार मैच जीतकर शीर्ष पर है। वह क्वार्टर फाइनल में स्थान पक्का कर चुका है लेकिन अंतिम-8 दौर में जगह बनाने का आयरलैंड का प्रयास अभी भी जारी है। भारत को हराकर वह इसमें सफल हो सकता है।