नई दिल्ली, 4 मार्च (आईएएनएस)। चीन दुनिया की फैक्ट्री है और भारत दुनिया का बैक ऑफिस है। यह बात नई दिल्ली में चीन के राजदूत ली यूचेंग ने कही।
चीनी नववर्ष पर चीन दूतावास में आयोजित एक कार्यक्रम में यूचेंग ने मंगलवार रात को भारत और चीन के संबंधों को ड्रैगन-हाथी प्रतीक चिह्न् से परिभाषित किया। उन्होंने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चीन को ड्रैगन से और भारत को हाथी से जोड़ा जाता है।”
उन्होंने कहा, “ड्रैगन गतिशीलता, शांति, विनयशीलता, सौभाग्य और सफलता का प्रतीक माना जाता है। जबकि हाथी भोलेपन, स्थिर चाल, शुभ, शांति का प्रतीक माना जाता है।”
उन्होंने कहा, “चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गत वर्ष भारत यात्रा से पहले हिंदू में प्रकाशित अपने आलेख में कहा था कि चीन के ड्रैगन और भारतीय हाथी दोनों अलग-अलग विशेषताओं के बाद भी शांति और न्याय के प्रतीक हैं।”
शी ने कहा था, “एक उभरते बाजार के रूप में चीन और भारत दोनों राष्ट्र निर्माण में लगे हुए हैं। दोनों के लिए विकास और अपने लोगों को बेहतर जीवन देना समान प्राथमिकता है।”
राजदूत ने कहा, “दोनों देशों के बाजारों की अपनी अलग खासियत है। चीन को दुनिया की फैक्ट्री और भारत को दुनिया का बैक ऑफिस कहा जाता है।”
उन्होंने कहा कि दोनों देश एक-दूसरे की खासियतों का फायदा उठा सकते हैं और एक दूसरे की मदद कर सकते हैं।
यूचेंग ने यह भी कहा कि चीन की ‘वन रोड, वन बेल्ट’ योजना और भारत की ‘स्पाइस रूट’ और मौसम योजना आपसी संबंधों के लिए एक नया शुरुआती बिंदु हो सकती है।
यूचेंग ने अपने बयान में कहा कि हाल ही में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चीन की यात्रा पर गई थी। उस यात्रा में दोनों देशों में यह सहमति बनी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल मई या जून में चीन की यात्रा पर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि दोनों देश इस यात्रा की तैयारी कर रहे हैं। यूचेंग ने उम्मीद जताई कि यह साल आपसी संबंधों का एक बेमिशाल साल रहेगा।