पटना, 3 मार्च (आईएएनएस)। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होली के मौके पर भले ही देश के किसी दूसरे क्षेत्र में रहेंगे, लेकिन बिहार में मोदी पिचकारी होली के मौके पर लोगों को रंगों से सराबोर करने वाली हैं। जी हां, इस होली में बच्चे मोदी मुखौटा लगाकर होली के दिन गलियों में लोगों को मोदी पिचकारी से रंग डालते नजर आएंगे।
पटना, 3 मार्च (आईएएनएस)। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होली के मौके पर भले ही देश के किसी दूसरे क्षेत्र में रहेंगे, लेकिन बिहार में मोदी पिचकारी होली के मौके पर लोगों को रंगों से सराबोर करने वाली हैं। जी हां, इस होली में बच्चे मोदी मुखौटा लगाकर होली के दिन गलियों में लोगों को मोदी पिचकारी से रंग डालते नजर आएंगे।
पटना तथा आसपास के क्षेत्रों में होली के मौके पर पिचकारी, रंगों अबीर-गुलाल के बाजार सज गए हैं। इसके अलावा गली-मोहल्लों में कई छोटी-छोटी अस्थायी दुकानों पर भी मोदी पिचकारियों की भरमार है। इस वर्ष जहां फैंसी पिचकारी की भरमार है वहीं चीनी पिचकारियोंका जादू ग्राहकों पर छाया है।
इस वर्ष गन और कार्टून किरदार से बाहर निकलकर, चीनी पिचकारियों में नई तरह की आई पिचकारी पोकी मॉन, एंग्री बर्ड, बार्बी, सूसू ब्वॉय टॉम एंड जेरी के साथ-साथ त्रिशूल, तितली, गणेशजी की पाइप सहित एक दर्जन से अधिक तरह की पिचकारियों बच्चों और ग्राहकों की पसंद बनी हुई हैं।
पिचकारियों के अलावा दुकानों पर अलग-अलग तरीके के मुखौटे भी सजे हैं और इनमें बच्चों से लेकर बड़ों तक की दिलचस्पी देखी जा रही है। बच्चों को जहां राक्षस और जानवरों वाले मुखैाटे पसंद आ रहे हैं, वहीं बड़ों में को नरेंद्र मोदी और हनुमान जी आदि के चेहरे वाले मुखौटों की मांग ज्यादा है।
पटना के बोरिंग रोड के एक पिचकारी विक्रेता अभिनव प्रकाश कहते हैं कि इस वर्ष नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाली पिचकारियों की मांग सबसे अधिक हो रही है। वहीं मोदी मुखैाटा भी बच्चों और बड़ों की पहली पसंद है। उन्होंने बताया कि बाजार में 100 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की पिचकारी उपलब्ध है।
इधर, पटना में पिचकारी कर थोक मंडी मच्छरहट्टा में पिचकारी के कारोबार से जुड़े अखिलेश बताते हैं कि पटना के कारखानों में बनी पिचाकरियां तो दुकानों में ही हैं, इसके साथ मुंबई और दिल्ली की बनी पिचकारियां भी पटना के बाजर में उपलब्ध होती हैं।
उन्होंने बताया कि यहां से बिहार के सभी जिलों में पिचकारियां बिक्री के लिए जाती ही हैं, इसके साथ झारखंड के कई बाजारों के व्यापारी भी यहां से पिचकारियां ले जाते हैं।
अखिलेश ने बताया कि कि फैंसी पिचकारियां 25 रुपये से 500 रुपये तक में बिक रही हैं, जबकि पटना की बनी पिचकारियों की कीमत 100 से 450 रुपये तक के बीच है। चीनी पिचकारियों की मांग बढ़ने के कारण इनकी कीमत भी बढ़ी हुई है। पटना के बाजारों में चीनी पिचकारियां 200 रुपये से लेकर 550 रुपये तक में उपलब्ध हैं।
पिचकारी खरीदने आई सेंट कैरेंस स्कूल की सातवीं कक्षा की छात्रा आकांक्षा कहती हैं, “होली आने वाली है। मुझे होली पसंद है। हर साल नई पिचकारी खरीदती हूं। इस बार दुकान में कार्टून और मोदी पिचकारी मिल रही है।”