वाशिंगटन, 3 मार्च (आईएएनएस)। अमेरिका में भारतीय मूल के शीर्ष बीमा अधिकारी अजीत जैन और बर्कशायर की ऊर्जा कंपनियों के प्रमुख ग्रेग अबेल के बीच पद को लेकर कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। बर्कशायर हैथवे के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वारेन बफेट ने यह बात कही है।
वाशिंगटन, 3 मार्च (आईएएनएस)। अमेरिका में भारतीय मूल के शीर्ष बीमा अधिकारी अजीत जैन और बर्कशायर की ऊर्जा कंपनियों के प्रमुख ग्रेग अबेल के बीच पद को लेकर कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। बर्कशायर हैथवे के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वारेन बफेट ने यह बात कही है।
अजीत जैन और ग्रेग अबेल दोनों ही संभावित रूप से बफेट के उत्तराधिकारी हैं।
बफेट ने सोमवार को सीएनबीसी को बताया, “जैन और अबेल के बीच पद को लेकर कोई होड़ नहीं है और उनमें से कोई नहीं जानता कि बर्कशायर हैथवे का अगला सीईओ कौन बनेगा।”
84 वर्षीय बफेट के मुताबिक, “इस मुद्दे पर निदेशक मंडल की बैठक में हर बार चर्चा होती है, मुझे पता नहीं कितने वर्षो तक। हमारे पास एक सटीक योजना है।”
बर्कशायर हैथवे के उपाध्यक्ष चार्ल्स मुंगर द्वारा शेयरधारकों को लिखे गए वार्षिक पत्र में जैन और एबेल का नाम बफेट के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में सामने आया था। गौरतलब है कि दोनों लंबे समय से कंपनी के कार्यकारी अधिकारी रहे हैं।
शेयरधारकों को लिखे बफेट के वार्षिक पत्र के मुताबिक, उन्होंने और निदेशक मंडल ने पहले ही सहमति बना ली है कि उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद यह जिम्मेदारी किसे सौंपी जाएगी।
वर्तमान में एबेल बर्कशायर हैथवे एनर्जी के चेयरमैन, अध्यक्ष और सीईओ हैं, जबकि जैन कंपनी के पुनर्बीमा प्रभाग का संचालन करते हैं।
भारत में जन्मे जैन 1986 से बर्कशायर से जुड़े हुए हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर और हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल से शिक्षा प्राप्त कर चुके जैन इससे पहले मैक्किन्से एंड कंपनी और आईबीएम जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं।
मुंगर ने अपने पत्र में एबेल और जैन के कामकाज की प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘विश्वस्तरीय’ बताया, जो अपनी काबिलियत सिद्ध कर चुके हैं।