पटना, 2 मार्च (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ बयान दिया तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उलटे उन्हीं को किसान विरोधी बता दिया और आरोप लगाया कि नीतीश किसानों का भला नहीं चाहते।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव ने पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा “नीतीश किसानों का भला नहीं चाहते, क्योंकि उन्हें मालूम है कि भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पास हो जाने पर उन्हें किसानों की जमीन की कीमत की चार गुनी राशि का भुगतान करना पड़ेगा।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में स्वयं कहा है कि अगर भूमि अधिग्रहण विधेयक में किसानों के हित के लिए अगर फेरबदल की आवश्यकता है तो वे इसके लिए तैयार हैं। ऐसे में जनता दल (युनाइटेड) के नेताओं को किसानों के हित के लिए सुझाव देना चाहिए।
इधर, कालाधन वापस लाने के मामले पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान किए गए वादे का ऑडियो सुनाए जाने पर भी यादव ने नीतीश को आड़े हाथ लेते हुए कहा, “बिहार की जनता लालू और नीतीश के उस ऑडियो को सुनना चाहती है जिसमें ये दोनों नेता एक-दूसरे पर प्रहार किया करते थे।”
उल्लेखनीय है कि रविवार को पटना में आयोजित जद (यू) के राजनीतिक सम्मेलन मंे नीतीश ने भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ राज्य में एक दिन के उपवास की घोषणा की है।