बर्लिन, 14 फरवरी (आईएएनएस)। जी7 समूह ने यूक्रेन के मौजूदा हालात को और न बिगड़ने देने की अपील की और साथ ही मिंस्क में 12 फरवरी को हुए संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करने वाले को दंडित करने की भी धमकी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, जी7 ने यह अपील यूक्रेन से जुड़े पक्षों से की। जी7 की ओर से शुक्रवार को जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि जी7 समझौते के प्रस्ताव का स्वागत करता है, जिसमें संघर्ष के समग्र, स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान का जिक्र है। लेकिन यूक्रेन के हालात को लेकर जी 7 की चिंता बरकरार रहै।
बयान के अनुसार, “हमने सभी पक्षों से प्रस्ताव के प्रावधान का कड़ाई से पालने करने और 15 फरवरी से शुरू हो रहे संघर्ष विराम के साथ इसमें मौजूद समाधान को लागू करने का आह्वान करते हैं।”
इसके मुताबिक, आने वाले दिनों में सभी पक्षों को ऐसे कृत्य से बचना चाहिए जो संघर्ष विराम की शुरुआत में कठिनाई पैदा करे।
बयान के अनुसार, जी7 ने मिंस्क प्रस्ताव का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की धमकी दी और उन पर लगने वाले जुर्माने को बढ़ाने की बात कही, जो संघर्ष विराम को नहीं मानते और भारी हथियार वापस नहीं रखते।
समूह ने कहा कि यह गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और यूक्रेन के बीच हुए वित्तीय सहयोग का स्वागत करता है और यूक्रेन को वित्तीय सहायता देना जारी रखेगा।
इधर, गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने 14 घंटे तक चली बैठक के बाद शांति समझौते की घोषणा की थी।