वाशिंगटन, 11 फरवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी रक्षा विभाग ने घोषणा की है कि यमन में अमेरिका समर्थित सरकार के गिरने और ईरान के करीबी हौती विद्रोहियों द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बावजूद वहां आतंकवादियों के खिलाफ एकतरफा अभियान जारी रहेगा।
वाशिंगटन, 11 फरवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी रक्षा विभाग ने घोषणा की है कि यमन में अमेरिका समर्थित सरकार के गिरने और ईरान के करीबी हौती विद्रोहियों द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बावजूद वहां आतंकवादियों के खिलाफ एकतरफा अभियान जारी रहेगा।
समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा है कि यमन में अब्दो रब्बू मंसूर हादी की सरकार गिरने और शिया विद्रोही नेता अब्दुल-मलिक अल-हौत के सत्ता में आने के कारण पैदा हुए संकट के बावजूद अमेरिकी सैन्य अभियान जारी रहेगा।
किर्बी ने कहा कि अमेरिकी सैन्यकर्मी यमनी सुरक्षा बलों को प्रशिक्षण देते रहेंगे और जरूरत पड़ने पर यमन में एकतरफा आतंकवाद रोधी अभियान चलाएंगे।
उन्होंने हालांकि यह भी स्वीकार किया कि आतंकवाद रोधी रणनीति में बदलाव की जरूरत है।
यमन में राजनयिक सूत्रों ने कहा कि सना स्थित अमेरिकी दूतावास बंद कर दिया गया है, यद्यपि विदेश विभाग से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
किर्बी ने स्वीकार किया कि देश में राजनीतिक अस्थिरता के कारण अमेरिका की आतंकवाद रोधी क्षमता प्रभावित हुई है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका यमन में विशेष बलों को अभी भी बनाए हुए है और यमन के सुरक्षा अधिकारियों के संपर्क में है।
किर्बी ने कहा, “हमें पता है कि हौती और तेहरान के बीच रिश्ता है, और हम कई मौकों पर अपनी इस चिंता को लेकर बिल्कुल स्पष्ट रहे हैं कि ईरान ने पूरे क्षेत्र में अपने जाल बिछा रखे हैं।”
अमेरिका लंबे समय से यमन में सैन्य उपस्थिति बनाए हुए है और उसने अलकायदा के खिलाफ कई विवादास्पद अभियान चलाए हैं, जिसकी आलोचना इस बात के लिए हुई है कि इसमें बेगुनाह नागरिक मारे गए हैं।