लंदन, 11 फरवरी (आईएएनएस)। बेरोजगारी से तनाव में आकर खुदकुशी करने वाले लोगों की तादाद दुनियाभर में चिंता का कारण बनता जा रहा है। एक नए शोध के मुताबिक, दुनियाभर में खुदकुशी करने वाले 20 फीसदी लोग बेरोजगारी के कारण आत्मघाती कदम उठाते हैं।
अध्ययन के लिए इन देशों को चार हिस्सों में बांट दिया गया। उत्तर एवं दक्षिण अमेरिका, उत्तरी एवं पश्चिमी यूरोप, दक्षिण एवं पूर्वी यूरोप तथा गैर अमेरिका व गैर यूरोप।
भारत तथा चीन से आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।
ज्यूरिक विश्वविद्यालय के मुख्य लेखक कारलोस नॉर्ट ने कहा, “देश-विशिष्ट विशेषताओं के बावजूद हमने सभी चार क्षेत्रों में बेरोजगारी व खुदकुशी के बीच गहरा संबंध पाया।”
निष्कर्ष में यह बात सामने आई कि बेरोजगारी दर में बदलाव लिंग तथा विभिन्न आयु समूहों को समान रूप से प्रभावित करता है।
नॉर्ट ने कहा, “साल 2008 संकट भरा वर्ष रहा, जिसके बाद अल्प अवधि में खुदकुशी की संख्या में पांच हजार की बढ़ोतरी देखी गई।”
अन्य अध्ययनों में भी इस आंकड़े का अनुमान लगाया गया था। इसके कारण अज्ञात थे, हालांकि उस साल लगभग 46 हजार लोगों की खुदकुशी का कारण बेरोजगारी से संबंधित थी।
नॉर्ट ने कहा, “बेरोजगारी के कारण खुदकुशी करने वाले लोगों की संख्या हाल में आए आर्थिक मंदी की वजह से खुदकुशी करने वाले लोगों की संख्या से नौ गुना ज्यादा है।”
यह अध्ययन पत्रिका ‘द लांसेट साइकियाट्री’ में प्रकाशित हुआ है।