कोलकाता, 9 फरवरी (आईएएनएस)। नीति आयोग की पहली बैठक से नदारद रहने को लेकर आलोचना झेल रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि इस नए निकाय में विसंगतियां हैं और उन्होंने उसे कोहरे की तरह धुंधला करार दिया।
बर्दवान में एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा योजना आयोग को खत्म करने का फैसला नेताजी सुभाष चंद्र बोस का अपमान है, जिन्होंने सबसे पहले इसकी अवधारणा दी थी।
उन्होंने कहा, “सबसे पहले नेताजी ने योजना आयोग की अवधारणा दी थी और यह उनका सपना था। हम इस तरह का तिरस्कार स्वीकार नहीं करेंगे। नेताजी का तिरस्कार करने वाले लोग यह सोच भी कैसे सकते हैं कि मैं इस मुद्दे पर उनका साथ दूंगी।”
उन्होंने कहा, “हम इसका (नीति आयोग) विरोध करते हैं। हमने इस बारे में उन्हें कई सुझाव दिए थे, लेकिन एक भी स्वीकार नहीं किया गया।”
उल्लेखनीय है कि विपक्ष ने मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की पहली बैठक में न जाने के ममता के फैसले को राज्य के कल्याण को खतरे में डालने वाला बताते हुए रविवार को ममता बनर्जी सरकार की खिंचाई की थी।