उमरिया- मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बाघ की करंट लगने से मौत हो गई, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। यह घटना रिजर्व के पनपथा बफर जोन में हुई, जहां शिकारियों ने जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिजली का जाल बिछाया था। करंट की चपेट में आने से बाघ की मौके पर ही मौत हो गई, जिसके बाद आरोपी शिकारियों ने डर के मारे शव को भादर नदी के दलदली क्षेत्र में गड्ढा खोदकर दबा दिया।
वन विभाग को गश्ती दल से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर जब जांच की गई तो डॉग स्क्वायड की मदद से बाघ का सड़ा-गला शव बरामद हुआ। बाघ की मौत लगभग 15 दिन पहले हुई थी, लेकिन शव से कोई अंग गायब नहीं था, जिससे यह साफ हुआ कि यह शिकार के उद्देश्य से नहीं मारा गया था। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के दिशा-निर्देशों के तहत शव का पोस्टमार्टम किया गया और फिर विधि-विधान से अंतिम संस्कार कर दिया गया।