ग्वालियर – सिरोल क्षेत्र के हुरावली मेहरा गांव में सोमवार शाम जमीन के सीमांकन के दौरान राजस्व विभाग की टीम पर भीड़ ने अचानक हमला कर दिया। इस घटना में टीम के तहसीलदार, पटवारी और अन्य अधिकारियों को अपनी जान बचाकर मौके से भागना पड़ा। भीड़ ने न केवल टीम के साथ मारपीट की, बल्कि पटवारी की कार के कांच तोड़ दिए और उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज भी छीन लिए।
दरअसल मामला आकाश पाल और खेमराज पाल के परिवारों के बीच जमीन विवाद का है, जो पिछले कई वर्षों से चला आ रहा था। जब यह मामला आपसी सुलह से नहीं सुलझा, तो दोनों पक्ष हाईकोर्ट पहुंचे। तीन दिन पहले मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने जमीन के सीमांकन का आदेश पारित किया। इसके बाद हलका नंबर-60 तहसील सिटी सेंटर के पटवारी अजय सिंह राणा, तहसीलदार अनिल राघव, आरआई होत्तम सिंह यादव, आरआई राजकिशोर और अन्य अधिकारी सीमांकन करने के लिए गांव पहुंचे।
जब सीमांकन का कार्य पटवारी के नक्शे और दस्तावेज़ के आधार पर किया जा रहा था, तभी करीब 50 लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई। उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई को गलत बताते हुए हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि भीड़ ने टीम पर हमला कर दिया।
पटवारी अजय राणा की शिकायत पर पुलिस ने आकाश पाल, खेमराज पाल, संजय पाल, बारेलाल पाल, संतोष पाल, लखन पाल, दिनेश, बृजेश पाल, कल्याण सिंह, सुघर सिंह पाल, कल्लू पाल, राजू पाल, देवेश बघेल और अजय बघेल के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में आकाश पाल, खेमराज, संजय, बारेलाल, संतोष, लखन पाल, दिनेश पाल, बृजेश, कल्याण और सुघर सिंह शामिल हैं।
फिलहाल, चार अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। पुलिस ने बताया कि फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा