नई दिल्ली – शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लगभग 16 दिन बाद सुखबीर सिंह बादल को धार्मिक सजा सुनाई है. दरअसल, सोमवार को बादल ने अकाली सरकार के दौरान हुई सभी गलतियों को स्वीकार कर लिया. जिसके बाद सुखबीर बादल और अन्य अकाली नेताओं पर धार्मिक सजा का ऐलान किया गया.
धार्मिक सजा के तौर पर बादल घरों के बाहर हाथ में भाले लेकर सेवादार की सेवा करेंगे. यह सुबह एक घंटे 9-10 बजे तक रहेगी. इसके बाद एक घंटे तक लंगर में जूठे बर्तन को साफ करेंगे. इसके अलावा, सुखबीर सिंह कीर्तन सुनेंगे और सुखमनी साहिब का पाठ करेंगे.
खबर ये भी है कि वह सुखबीर सिंह बादल मंगलवार (3दिसंबर) को 12 बजे से लेकर 1 बजे तक वॉशरूम भी साफ करेंगे. इन धार्मिक सजा के अलावा, उन्हें गले में तन्खैइया घोषित किए जाने की तख्ती पहननी होगी.
बादल पर जो आरोप हैं वो कुछ इस तरह हैं. अकाली सरकार के दौरान सांप्रदायिक मुद्दों से ध्यान भटकना. इसके अलावा, सिख युवाओं पर अत्याचार करने वाले अधिकारियों को पदोन्नति दी गई. वहीं राम रहीम के खिलाफ दर्ज केस वापस ले लेना. पवित्र छवियों की चोरी और अपमान के मामलों की जांच नहीं की गई. युवाओं पर हुए अत्याचार की जांच के लिए कोई कमेटी नहीं बनी. शिरोमणि कमेटी की ओर से राम रहीम के माफीनामे के विज्ञापन छपवाए गए.