ढाका-बांग्लादेश की सबसे लंबे समय (15 वर्ष) तक प्रधानमंत्री रहने वाली शेख हसीना के पद और देश छोड़ने के बाद गुरुवार को नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने वहां की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली. साल 2006 में शांति के लिए नोबेल प्राइज जीत चुके मोहम्मद यूनुस ने इससे पहले प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील की थी. उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह में कहा, ‘मैं संविधान का समर्थन, उसे कायम रखना और उसकी रक्षा करूंगा, साथ ही अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करूंगा.’ सोमवार को छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देने और देश से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा, वर्तमान में वो भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हैं.
ओलंपिक खेलों के लिए पेरिस गए यूनुस बृहस्पतिवार को दुबई से होते हुए अमीरात की उड़ान से स्वदेश लौटे. सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां, वरिष्ठ अधिकारियों, छात्र नेताओं और नागरिक संस्थाओं के सदस्यों ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया. यूनुस ने बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन को ‘दूसरी आजादी’ बताया. उन्होंने कहा, ‘आज हमारे लिए गर्व का दिन है. हमें दूसरी बार स्वतंत्रता मिली है. हमें इस स्वतंत्रता की रक्षा करनी होगी.’ यूनुस ने उन युवाओं के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने हसीना के खिलाफ आंदोलन को सफल बनाया.