नई दिल्ली: नेपाल में बड़ी राजनीतिक उठापटक देखने को मिली है. प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ शुक्रवार (12 जुलाई) को संसद में विश्वास मत हार गए. हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की अगुवाई वाली सीपीएन-यूएमएल द्वारा ‘प्रचंड’ की सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद उन्हें विश्वास मत का सामना करना पड़ा था.
नेपाली कांग्रेस द्वारा समर्थित सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली अब नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के लिए तैयार हैं. 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में केवल 63 सदस्यों ने प्रचंड द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव का समर्थन किया, जबकि 194 ने इसका भारी विरोध किया. एक सदस्य अनुपस्थित रहे.