भोपाल-मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों की मतगणना 52 जिला मुख्यालयों पर हो रही है। पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जा रही है और उसके बाद ईवीएम की गिनती होगी। इस मतगणना कार्य के लिए चुनाव आयोग ने 116 ऑब्जर्वर नियुक्त किए हैं। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, मतगणना शुरू होने से पहले ईवीएम का रेंडमाइजेशन किया गया, फिर ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम से मतगणना स्थल तक ले जाया गया। इस पूरी प्रक्रिया पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है।
मतगणना के लिए 230 विधानसभा क्षेत्रों में 3883 टेबल लगाई गई हैं। पोस्टल बैलेट की गिनती के लिए 242 टेबल लगाई गई हैं। पोस्टल बैलट की गिनती 29 स्थानों पर हो रही है। सबसे ज्यादा राउंड 24 पवई विधानसभा में है जो पन्ना जिले में है। यह खजुराहो लोकसभा अंतर्गत आता है और सबसे कम सेवड़ा में 12 राउंड गिनती होगी।
सिवनी विधानसभा में सबसे ज्यादा 28 टेबल लगाई गई हैं। इसी तरह केवलारी, लखनादौन और बुधनी में भी 28 टेबिल लगे हैं। इस तरह 14 से 28 टेबल तक लगाई गई हैं मतगणना के लिए।
इस मतगणना प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग में 116 प्रेक्षकों को नियुक्त किया गया है। वहीं काउंटिंग हाल, काउंटिंग परिसर में सीसीटीवी है। ईवीएम को मतगणना स्थल तक ले जाने वाले कॉरिडोर पर भी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।
आम लोगों को चुनाव नतीजों की आसानी से जानकारी मिल सके, इसके लिए सार्वजनिक स्थलों पर भी स्क्रीन लगाई गई है। भोपाल में रेलवे स्टेशन, बस अड्डे सहित कुल 10 स्थानों पर डिस्प्ले वॉल लगाई गई हैं।
मतगणना के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। इसके तहत केंद्रीय सुरक्षा बल की 18 कंपनी, एसएएफ की 45 कंपनियां और जिला पुलिस बल के 10,000 जवान सुरक्षा में लगे हैं।
वहीं मतगणना स्थल पर भी गर्मी से बचाव के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। राज्य के 29 लोकसभा क्षेत्र में हो रही मतगणना में आज कई दिग्गजों के भविष्य का भी फैसला होने वाला है। दो पूर्व मुख्यमंत्री, दो केंद्रीय मंत्री सहित कई दिग्गज चुनाव मैदान में हैं।