नई दिल्ली। अखिल भारतीय कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल (सेनि.) रोहित चौधरी ने कहा कि अग्निपथ स्कीम देश की सुरक्षा प्रणाली के लिए बेहद खतरनाक और घातक है। सेना के पूर्व प्रमुख एमएम नरवणे ने खुद अपनी किताब में लिखा है कि अग्निपथ स्कीम सेनाओं के लिए चौंकाने वाली योजना थी। पूर्व प्रमुख एमएम नरवणे के अनुसार ये उनकी मांगी हुई स्कीम नहीं थी।
चौधरी ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सबसे बड़ी बात, जो भर्तियां रद्द की गईं, उसमें आवेदकों से फॉर्म फीस के नाम पर 100 करोड़ से ज्यादा रुपये इकट्ठा किए गए। ये 100 करोड़ का ‘भर्ती स्कैम’ है! आखिर इसका जिम्मेदार कौन है?
चौधरी ने कहा कि अग्निपथ स्कीम आने से पहले करीब 1.5 लाख से ज्यादा युवा आर्मी, एयरफोर्स और नेवी में चयनित किए गए थे लेकिन अग्निपथ स्कीम आने के बाद मोदी सरकार ने इनके सपनों को चूर-चूर कर दिया। 7,000 युवा एयरफोर्स में अपने जॉइनिंग लेटर का इंतजार करते रहे लेकिन उन्हें लेटर नहीं दिया गया। इसी तरह आर्मी में 2,500 नर्सिंग असिस्टेंट को देश सेवा का मौका नहीं दिया गया।
चौधरी ने कहा कि हमारी मांग है कि आर्मी-एयरफोर्स की जिन 100 भर्तियों में 1.5 लाख से ज्यादा बच्चे चयनित किए गए थे, उन्हें तुरंत जॉइनिंग दी जाए। भर्ती फीस के नाम पर जो 100 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा इकट्ठा किया गया है, देश को उसका हिसाब दिया जाए। 64 युवाओं की आत्महत्या का जिम्मेदार कौन है? इन 1.5 लाख युवाओं को उचित सम्मान और आयु सीमा में छूट दी जाए।