संसद से विपक्षी सांसदों के निलंबन का सिलसिला जारी है. 19 दिसंबर को लोकसभा से 49 सांसद निलंबित किए गए. इससे पिछले दिन 78 सांसद निलंबित किए गए थे. शीतकालीन सत्र में अब तक कुल 141 सांसद निलंबित किए जा चुके हैं.
नई दिल्ली- संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र से अब तक 141 सांसद निलंबित किए जा चुके हैं. 14 दिसंबर को 14 सांसद, 18 दिसंबर को 78 सांसद और 19 दिसंबर को 49 सांसद निलंबित कर दिए गए. निलंबन लोकसभा और राज्यसभा, दोनों में हुआ है.
संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में 19 दिसंबर को भी विपक्षी सांसदों का निलंबन जारी रहा. आज लोक सभा से 49 सांसदों को निलंबित किया गया. इस तरह शीतकालीन सत्र में अब तक निलंबित किए जा चुके सांसदों की संख्या 141 हो गई है. इनमें 95 सांसद लोकसभा से और 46 राज्यसभा से हैं.
इससे पहले 18 दिसंबर को 78 सांसद निलंबित किए गए थे. इनमें 45 राज्यसभा के सांसद हैं. इनमें से 34 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किया गया है. 11 सांसदों को उनके व्यवहार पर विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित किया गया है.
निलंबित किए गए बाकी 33 सांसद लोकसभा के हैं. इनमें से 30 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किया गया है. तीन सांसदों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित किया गया है. इससे पहले 14 दिसंबर को भी राज्यसभा से एक सांसद और लोकसभा के 13 सांसदों को निलंबित किया गया था.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह संसद में आने से बच रहे हैं.
खरगे ने कहा, “मोदी और शाह बाहर लेक्चर दे रहे हैं…उन्होंने सदन की गरिमा का एक तरह से अपमान किया है. डेमोक्रेसी का अपमान करने वाले हमें पाठ पढ़ाते हैं. ये बड़े दुख की बात है कि सदन के स्पीकर और चेयरमैन साहब ने सांसदों को प्रोटेक्शन नहीं दिया और उन्हें मनमाने तरीके से सस्पेंड किया गया.”
उन्होंने आगे कहा, “देश के इतिहास में पहली बार है कि इतने लोगों को उन्होंने सस्पेंड किया. ये डेमोक्रेसी के लिए अच्छी बात नहीं है. ये डराने की बात हो गई है. ऐसे डराने के लिए डेमोक्रेसी खत्म करना चाहते हैं.”