ऑस्ट्रेलियाई, 4 फरवरी (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार पीटर ग्रेस्टे ने बुधवार को साइप्रस के लरकारा हवाईअड्डे पर कहा कि वह घर वापसी को लेकर खुश हैं। ग्रेस्टे मिस्र की जेल में 400 दिन बिताने के बाद स्वदेश लौट रहे हैं।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियाई चैनल एबीसी को दिए संक्षिप्त बयान में ग्रेस्टे ने अलजजीरा चैनल के अपने सहकर्मियों को लेकर चिंता जाहिर की। उनके सहकर्मी अभी भी मिस्र की जेल में कैद हैं।
ग्रेस्टे ने कहा कि वह अपने सहकर्मियों की रिहाई के लिए अभियान जारी रखेंगे।
ग्रेस्टे बुधवार दोपहर ब्रिस्बेन पहुंचेंगे। उन्हें कनाडाई मूल के मिस्र के नागरिक मोहम्मद फाहमी और मिस्र के नागरिक बाहेर मोहम्मद के साथ काहिरा के एक होटल से दिसंबर, 2013 को गिरफ्तार किया गया था।
जून 2014 में तीनों पत्रकारों को सात से 10 साल कारावास की सजा सुनाई गई थी। उन पर मुस्लिम ब्रदरहुड की मदद करने का आरोप था।
पिछले महीने मिस्र की अदालत ने तीनों के मामले में फिर से सुनवाई के आदेश दिए थे।
ग्रेस्टे रविवार को साइप्रस के लिए रवाना हुए थे।
फाहमी ने मिस्र की नागरिकता त्याग दी है और उन्हें भी जल्द कनाडा भेजा जा सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने ग्रेस्टे की रिहाई में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी की भूमिका पर मंगलवार को उनका आभार जताया था।