नई दिल्ली, 3 फरवरी (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) द्वारा कोच ब्लास इग्लेसियस फर्नान्डेज पर लगाए गए दो साल के प्रतिबंध और इसके बाद उनके स्वदेश वापसी पर राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले मुक्केबाज अखिल कुमार ने मंगलवार को कहा कि इससे भारतीय मुक्केबाजी ज्यादा प्रभावित नहीं होगी और यह खेल आगे बढ़ता रहेगा।
अखिल ने कॉस्मेटिक्स बनाने वाली कंपनी ओरिफ्लेम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के दौरान कहा, “मैं फर्नान्डेज के काफी करीब था। वह एक अच्छे पेशेवर कोच हैं। साथ ही वह एक मात्र विदेशी कोच भी हैं जिन्हें प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजा गया। अगर वह हमारे साथ होते तो अच्छा होता लेकिन वह नहीं भी हैं तो भी खेल अपनी रफ्तार से आगे बढ़ता रहेगा।”
गौरतलब है कि क्यूबा के फर्नान्डेज पिछले 20 साल से ज्यादा समय से भारतीय मुक्केबाजी से जुड़े हुए थे। पिछले साल इंचियोन एशियाई खेलों में महिला मुक्केबाज सरिता देवी का समर्थन करने के कारण एआईबीए ने उन्हें प्रतिबंधित कर दिया।
सरिता ने इंचियोन एशियाई खेलों के दौरान विवादास्पद सेमीफाइनल में मिली हार के बाद पदक वितरण समारोह में कांस्य पदक लेने से इंकार कर दिया था। इसके बाद सरिता पर एक साल का प्रतिबंध और कोच पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया।
अखिल 2006 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक हासिल करने में कामयाब रहे थे।
अखिल ने कहा, “फर्नान्डेज काफी लंबे समय से हमारे साथ जुड़े हुए थे और हर खिलाड़ी की क्षमता से परिचित थे। इस लिहाज से वह अगर साथ रहते तो मुक्केबाजों को काफी फायदा होता।”
अखिल ने हालांकि साथ ही कहा कि भारतीय कोच भी बहुत अच्छे हैं और कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
लंदन ओलंपिक (2012) में क्वालीफाई करने में नाकाम रहे अखिल ने कहा कि उनका लक्ष्य रियो ओलंपिक-2016 में क्वालीफाई करना है।