सिडनी, 2 फरवरी (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार पीटर ग्रेस्टे के परिवार ने सोमवार को मिस्र की जेल से उनकी रिहाई और घर वापसी के लिए रवाना होने की खबर पर खुशी जाहिर की है।
एबीसी टीवी के अनुसार, पीटर को कथित रूप से 400 दिनों की कैद के बाद रिहा किया गया है। वह दोहा स्थित अल-जजीर चैनल के लिए काम करते थे। उनके दो अन्य सहकर्मी मिस्र के नागरिक बाहेर मोहम्मद और मिस्र मूल के कनाडाई नागरिक मोहम्मद फाहमी जेल में ही हैं।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्दल फतह अल-सीसी ने नए कानून के तहत पीटर की रिहाई के आदेश दिए गए थे, और रविवार रात रिहाई के बाद पीटर साइप्रस के लिए रवाना हुए।
मिस्र के नए कानून के तहत विदेशी कैदियों की रिहाई को मंजूरी दी गई है।
ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार के भाई एंड्र ग्रेस्टे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि परिवार वालों ने पीटर से फोन पर बात की है।
एंड्र ने कहा, “वह फिलहाल साइप्रस में हमारे भाई के साथ हैं, और वह घर वापस लौटने पर विचार कर रहे हैं। वह सुरक्षित, स्वस्थ और घर आने को लेकर बहुत खुश हैं।”
उन्होंने कहा कि पीटर इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि उनके सहकर्मी अभी भी जेल में हैं।
एंड्र ने कहा कि पीटर उनके सहकर्मियों की रिहाई तक राहत से नहीं बैठेंगे।
पीटर, बाहेर और फाहमी को दिसंबर 2013 में जेल में डाला गया था। उन पर मिस्र का अपमान करने और मुस्लिम ब्रदरहुड की मदद करने का आरोप था।
हालांकि, ऐसे दावे किए जा रहे थे कि उन्हें राजनीतिक से प्रेरित होकर जेल में डाला गया था और उन्हें राजक्षमा दिए जाने की मांग की गई थी।
पीटर और फाहमी को सात साल जबकि बाहेर को 10 साल कारावास की सजा सुनाई गई थी।
गौरतलब है कि सितंबर 2014 में इस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।