टोक्यो, 1 फरवरी (आईएएनएस)। सुन्नी कट्टरपंथी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें बंधक बनाए गए जापानी पत्रकार केनजी गोटो का सिर कलम करने का दावा किया है। मीडिया में रविवार को आई केन्जी गोतो की हत्या की रपटों से जापान में लोग स्तब्ध हैं और शोक में डूबे हुए हैं।
मारे गए पत्रकार की मां जुंको इस्हिदो के बयान के हवाले से समाचार पत्र गार्डियन ने बताया, “केन्जी की मौत हो गई है और मैं भीतर से टूट गई हूं। मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं। मेरी आखिरी उम्मीद यही है कि हम बच्चों को युद्ध और गरीबी से बचाने के केन्जी के मकसद को पूरा कर सकें।”
समाचार पत्र ने जापान में एक विशेष संस्करण निकाला है जिसमें गोतो की हत्या की खबर छपी है।
रोरी पैक ट्रस्ट की निदेशक टीना कैर के बयान के हवाले से जापान टाइम्स ने लिखा, “अपने व्यापक अनुभवों के कारण गोतो बहुत ही सम्मानित पत्रकार थे। वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने हिंसा के दौरान बच्चों को बचाया था। वह हमेशा साधारण लोगों और मानवाधिकारों की कहानियां लिखते थे। वे सभी लोग जो उन्हें जानते हैं उनके लिए यह एक बहुत बड़ी क्षति है।”
47 वर्षीय गोतो एक बेहतरीन युद्ध पत्रकार थे। उन्हें अक्टूबर में सीरिया में गिरफ्तार किया गया था। वह हारुना युकावा को छुड़ाने के लिए सीरिया गए थे जहां पर वे पिछले साल अप्रैल में युकावा से मिले थे। युकावा का कथित तौर पर पिछले हफ्ते सिर कलम कर दिया गया।
हारुना के पिता शोइची युकावा ने गोतो के लिए कहा, “वह विनम्र और बहादुर थे। उन्होंने मेरे बेटे को बचाने का प्रयास किया। यह पूरी तरह से दुखी करने वाला है। इंसान ही इंसान को मार रहे हैं यह बहुत ही खेदजनक है। ऐसा कैसे हो सकता है।”
गोतो को पहले भी एक बार मध्यपूर्व में आतंकियों द्वारा पकड़ लिया गया था, लेकिन वे उन्हें यह समझाने में सफल रहे थे कि वह एक पत्रकार हैं और उन्हें छोड़ दिया जाए।
आईएस के मुख्यालय रक्का के लिए रवाना होने से पहले पिछले साल अक्टूबर में अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कहा था, “यह बहुत ही खतरनाक है। क्या हुआ अगर मुझे कुछ हो गया तो, इसके लिए मैं सीरिया के लोगों को दोषी नहीं ठहराऊंगा। जो भी होगा उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं। पर हां, मैं जिंदा वापस आने के लिए जा रहा हूं।”
पिछले साल एक जापानी वेबसाइट को दिए अपने साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि वह लोगों की सहायता करना चाहते हैं।
गोतो की हत्या पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने इसे ‘घृणित आतंकवादी कृत्य’ करार दिया है।
अबे ने कहा, “हम हत्यारों का पता लगाने के लिए अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल करेंगे और उन्हें न्याय के कटघरे में ला खड़ा करेंगे। हम आतंकवादियों से हार नहीं मानेंगे।”
इस्लामिक स्टेट द्वारा जारी किए गए एक मिनट के वीडियो के अनुसार, एक व्यक्ति नारंगी रंग के जंपशूट में घुटने के बल बैठा हुआ है और चेहरे पर नकाब लगाए काले कपड़े में एक व्यक्ति हाथ में चाकू लिए उसके पास खड़ा है। माना जा रहा है कि घुटने के बल बैठा व्यक्ति गोतो है।
वीडियो में नकाब पहने व्यक्ति ने कहा, “जापान के प्रधानमंत्री अबे के न जीतने वाले युद्ध का हिस्सा बनने का फैसला करने पर यह चाकू न सिर्फ गोतो की हत्या करेगा, बल्कि किसी भी जापानी नागरिक के पाए जाने पर उसकी हत्या की जाएगी।”
वीडियो के आनलाइन प्रसारित किए जाने के बाद अबे ने संवाददाताओं से कहा कि वह इस घृणित आतंकवादी हमले से काफी गुस्से में हैं और वह आतंकवादियों के सामने कभी नहीं झुकेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी के साथ आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई के प्रयास को दोगुना करेगा।
गौरतलब है कि इस्लामिक स्टेट ने जापान से दोनों नागरिकों की रिहाई के लिए 20 करोड़ डॉलर और जार्डन के जेल में बंद इसकी महिला आत्मघाती हमलावर की रिहाई की मांग की थी।