लखनऊ, 31 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक अरविंद कुमार जैन ने शनिवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया। इस दौरान जैन ने कहा कि उप्र में कानून व्यवस्था बनाए रखना और पुलिस के आचरण में सुधार करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। जैन ने शनिवार को अरुण कुमार गुप्ता की जगह ली। वह आज सेवानिवृत हो गए।
गुप्ता ने बतौर पुलिस महानिदेशक एक महीने तक काम किया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को जैन को नया पुलिस महानिदेशक नियुक्ति किया।
कार्यभार ग्रहण करने के बाद जैन ने कहा कि उप्र में कानून का राज स्थापित करना और पुलिस के आचरण में सुधार करना उनकी प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा, “मैं उसी शैली में काम करूंगा जैसा पहले करते आया हूं। मेरे लिए दो महीने का वक्त काफी है। एक आईपीएस अधिकारी का यह सपना होता है कि वह राज्य का पुलिस महानिदेशक बने और मुख्यमंत्री ने मुझे यह मौका दिया इसलिए मैं उनका आभारी हूं।”
उल्लेखनीय है कि 1979 बैच के आईपीएस अरविंद कुमार जैन मूल रूप से सहारनपुर के रहने वाले हैं। हालांकि, पिता के प्रशासनिक सेवा में होने की वजह से उनका विभिन्न जगहों पर रहना हुआ। हल्द्वानी और मुरादाबाद में उन्होंने अपनी पढ़ाई की। पश्चिम उप्र में अपराध नियंत्रण में महारथ रखने वाले जैन को पब्लिक फ्रेंडली माना जाता है।
वह लंबे समय तक एडीजी रेलवे भी रहे। 2012 में विधानसभा चुनाव के बाद सपा सरकार ने बसपा का खास होने का ठप्पा लगाकर उन्हें ट्रेनिंग कलेज मुरादाबाद भेज दिया। इसके बाद अक्टूबर 2013 में डीजी पद पर प्रमोट होने के बाद से वह कुछ समय मुरादाबाद स्थित बीआर अंबेडकर पुलिस एकेडमी में डीजी रहे। इसके बाद बीएम सारस्वत के सेवानिवृत्त होने के बाद से वह डीजी ट्रेनिंग पद पर तैनात हुए।
इसके पहले सुबह पुलिस लाइन में एके गुप्ता के सम्मान में विदाई परेड का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस को हाईटेक होना चाहिए। यह वक्त की मांग है और जरूरत भी, लेकिन हाईटेक होने की आड़ में कामचोरी नहीं करनी चाहिए।
एके गुप्ता ने कहा कि सफल होने के लिए अपराधियों के पीछे भागने के बजाय आम लोगों के पीछे खड़े होना चाहिए।