new delhi-भारत में खुदरा महंगाई दर जून के महीने में बढ़कर 4.81 प्रतिशत पर पहुंच गई. मई में खुदरा महंगाई दर 4.31 प्रतिशत थी. महंगाई दर में उछाल का कारण खाने-पीने की चीजों की कीमत में तेजी है. भारत में अब महंगाई दर तीने महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है.
इस तेजी के बावजूद खुदरा महंगाई अभी दो-छह प्रतिशत के दायरे में रखने के रिजर्व बैंक के लक्ष्य के भीतर ही है. पिछले साल जून में खुदरा महंगाई दर सात फीसदी रही थी. बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जून में खाद्य उत्पादों की महंगाई 4.49 फीसदी रही जबकि मई में यह 2.96 फीसदी थी.
उत्तर भारत खासकर दिल्ली-एनसीआर में बीते कुछ हफ्तों से सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं. टमाटर, हरी मिर्च, अदरक व अन्य हरी सब्जियों की बढ़ी हुई कीमत से आम उपभोक्ता बेहाल है. दिल्ली-एनसीआर में कुछ-कुछ जगहों पर टमाटर के ही दाम 150 से लेकर 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं.
भारत में मानसून के पहले हुई बारिश से टमाटर की फसल खराब हुई और पैदावर कम होने के कारण टमाटर की मांग के मुताबिक सप्लाई नहीं हुई, जिसके कारण इसके दाम आसमान छूने लगे.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) और राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी महासंघ (एनसीसीएफ) से आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से टमाटर खरीदकर उन क्षेत्रों में वितरित करने को कहा है जहां कीमतें लगातार बढ़ रही है.
दिल्ली-एनसीआर में टमाटर रियायत दरों पर इस शुक्रवार से मिलने लगेगा. इस प्रक्रिया में खपत का भी ध्यान रखा गया है. जहां खपत ज्यादा होगी, वहां सप्लाई ज्यादा की जाएगी.