बेलारूस सरकार की मध्यस्थता के बाद रूस में वागनर ग्रुप के विद्रोही लड़ाके अपनी छावनियों की लौट रहे हैं. इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वागनर ग्रुप के नाता प्रिगोजिन के विद्रोह को देशद्रोह बताया था.क्रेमलिन ने कहा है कि वागनर विद्रोही टुकड़ी के नेता येवगेनी प्रिगोजिन मिंस्क सरकार द्वारा कराये गए एक डील के बाद बेलारूस चले जाएंगे. रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि बेलारूसी नेता अलेक्जांडर लुकाशेंको ने रूसी राष्ट्रपति के समर्थन से मध्यस्थता की पेशकश की थी. वे प्रिगोजिन को करीब 20 साल से व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं.
पेसकोव ने कहा, “रक्तपात, आंतरिक टकराव और अज्ञात नतीजों वाले झगड़ों से बचना सबसे प्रमुख लक्ष्य था.” शनिवार को प्रिगोजिन के खिलाफ दर्ज आपराधिक मुकदमा वापस ले लिया जाएगा और वागनर टुकड़ी के अन्य लड़ाकों को भी विद्रोह के लिए सजा नहीं दी जाएगी.
वागनर टुकड़ी के लड़ाकों ने शनिवार देर शाम रोस्तोव ऑन डॉन शहर से हटना शुरू कर दिया है. आज सुबह उन्होंने क्रेमलिन के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, शहर को कब्जे में ले लिया था और वहां सैनिक मुख्यालय पर भी कब्जा कर लिया था. यही से रूस की सेना यूक्रेन में हमले कर रही है.