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 श्री लंका में भारतीय दवाओं पर जांच जारी,सामने आये थे दुष्प्रभाव | dharmpath.com

Friday , 22 November 2024

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श्री लंका में भारतीय दवाओं पर जांच जारी,सामने आये थे दुष्प्रभाव

June 20, 2023 8:48 am by: Category: विश्व Comments Off on श्री लंका में भारतीय दवाओं पर जांच जारी,सामने आये थे दुष्प्रभाव A+ / A-

नई दिल्ली: कथित तौर पर मरीजों को भारतीय दवाएं दिए जाने के बाद उनमें मेडिकल जटिलताएं और मृत्यु संबंधी मामले सामने आने के बाद श्रीलंका में आयातित भारतीय दवाएं विवाद के केंद्र में हैं.16 जून को स्थानीय मीडिया ने कैंडी जिले के पेरादेनिया टीचिंग अस्पताल में इलाज करा रहे एक मरीज की मौत की सूचना दी. बताया जा रहा है कि उनकी मौत भारत निर्मित एनेस्थेटिक दवा (बेहोशी की दवा) बुपिवाकाइन दिए जाने के बाद हुई थी.इस खबर ने लोगों के बीच चिंता पैदा कर दी क्योंकि यह घटना अस्पताल में भारतीय एनेस्थेटिक दवा दिए जाने के बाद हुई एक गर्भवती महिला की मौत के दो महीने से भी कम समय की भीतर सामने आई है. अप्रैल की उस घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने उक्त दवा के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी.

इन घटनाओं से पहले भी ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल श्रीलंका ने गैर-पंजीकृत आपूर्तिकर्ताओं से दवाओं की खरीद के कैबिनेट और स्वास्थ्य अधिकारियों के फैसले को चुनौती देते हुए श्रीलंकाई सुप्रीम कोर्ट में एक मौलिक अधिकार याचिका दायर की थी. याचिका में आवश्यक दवाओं के तेजी से आयात की अनुमति देने के लिए पंजीकरण की छूट प्रदान करने में राष्ट्रीय दवा नियामक की भूमिका पर सवाल उठाया गया था. गुजरात की सवोराइट फार्मास्युटिकल्स (प्राइवेट) लिमिटेड और चेन्नई की कौशिक थेरेप्यूटिक्स को प्रतिवादी के रूप में नामित किया गया था.

भारतीय दवाएं मई 2023 में भी सुर्खियों में रही थीं जब श्रीलंका के मध्य प्रांत में नुवारा एलिया के सामान्य अस्पताल के डॉक्टरों ने 10 रोगियों के संबंध में यह शिकायत की कि उन्हें देखने में दिक्कतें आ रही हैं. इन रोगियों को आंखों की सर्जरी के बाद भारतीय दवाएं दी गई थीं. डॉक्टरों ने आंखों की दवा में कीटाणुओं की उपस्थिति का हवाला दिया था. स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक जांच शुरू की और दवा के उपयोग को रोकने के लिए इसे वापस ले लिया.

घटनाओं की श्रृंखला ने स्थानीय मीडिया सहित श्रीलंका के भीतर भारतीय दवाओं को कड़ी जांच के दायरे में ला दिया है. इस बीच. गांबिया और उज्बेकिस्तान के मामलों की भी बात की जा रही है, जहां बीते साल भारत निर्मित कफ सीरप को दर्जनों बच्चों की मौत से जोड़ा गया था.

बता दें कि बीते दिनों अमेरिका में भी भारत निर्मित आई-ड्रॉप को एक दुर्लभ स्ट्रेन फैलने का कारण बताया गया था. इससे पहले अमेरिका में ही आई-ड्रॉप से एक मौत और मरीजों की आंखों की रोशनी जाने की बात सामने आई थी.

श्री लंका में भारतीय दवाओं पर जांच जारी,सामने आये थे दुष्प्रभाव Reviewed by on . नई दिल्ली: कथित तौर पर मरीजों को भारतीय दवाएं दिए जाने के बाद उनमें मेडिकल जटिलताएं और मृत्यु संबंधी मामले सामने आने के बाद श्रीलंका में आयातित भारतीय दवाएं विव नई दिल्ली: कथित तौर पर मरीजों को भारतीय दवाएं दिए जाने के बाद उनमें मेडिकल जटिलताएं और मृत्यु संबंधी मामले सामने आने के बाद श्रीलंका में आयातित भारतीय दवाएं विव Rating: 0
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