इस्लामाबाद, 30 जनवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के दक्षिणी प्रांत सिंध में शुक्रवार दोपहर शिया मुसलमानों की एक मस्जिद में हुए शक्तिशाली बम विस्फोट में 35 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 अन्य घायल हो गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के मुताबिक, सिंध स्थित शिकारपुर जिले के उपायुक्त हादी बख्श ने कहा कि 35 मृतकों के शव और 50 घायलों को क्षेत्र के तीन शहरों के अस्पतालों में रखा गया है।
बख्श ने कहा कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है इसलिए मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। इनका इलाज अस्पताल की सघन चिकित्सा इकाइयों में चल रहा है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक सैन राखियो मिरानी ने कहा कि विस्फोट अपराह्न 1.40 बजे हुआ। भिखारी के भेष में आए एक नौजवान लड़के ने शिकारपुर के लाखी डार क्षेत्र में स्थित मस्जिद के अंदर सीढ़ियों के पास एक विस्फोटक उपकरण रख दिया।
बम निरोधक दस्ते के मुताबिक, बम में पांच किलोग्राम विस्फोटक के साथ बॉल बियरिंग का इस्तेमाल किया गया और रिमोट संचालित उपकरण से विस्फोट किया गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम जांच कर रहे हैं कि जो लड़का बम लाया था वह जीवित है अथवा विस्फोट में मारा गया। क्योंकि हमें मस्जिद परिसर से एक रिमोट उपकरण मिला है।”
इससे पहले मीडिया रपटों में कहा गया था कि यह एक आत्मघाती हमला है लेकिन अभी तक किसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
पुलिस ने कहा कि विस्फोट के समय मस्जिद में 600 लोग मौजूद थे। वे शुक्रवार की नमाज अता कर रहे थे।
विस्फोट के चलते मस्जिद के पुराने सभाकक्ष की छत गिर गई। इससे मलबे में दबने से कई लोग घायल हो गए।
पुलिस और पाकिस्तानी रेंजरों, अर्धसैनिक बलों ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया है और तलाशी अभियान जारी कर दिया है।
प्रांत के स्वास्थ्य मंत्री जाम मेहताब ने कहा कि आस पास के शहरों के अस्पतालों में कई घायलों का इलाज चल रहा है। स्थानीय अस्पतालों में सुविधाओं की कमी है।
पाकिस्तानी सेना के मुखपत्र इंटर सर्विसे पब्लिक रिलेशंस ने कहा कि सेना ने भी चार एंबुलेंसों और सेना के चिकित्सकों को घायल मरीजों के इलाज के लिए पास के पानो अकील गैरिसन से भेजा गया है।
विस्फोट उस समय हुआ जब पाकिस्तानी राष्ट्रपति नवाज शरीफ काननू व्यवस्था पर कराची में एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। कराची दक्षिणी सिंध प्रांत की राजधानी है।
देश में आतंकवाद और उग्रवाद के खतरे के उन्मूलन के लिए अपनी सरकार के संकल्प को दोहराते हुए शरीफ ने विस्फोट की निंदा की और इस पर रिपोर्ट मांगी है।
प्रधानमंत्री ने शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं और अधिकारियों को आदेश दिया कि वे घायलों को अच्छे से अच्छा इलाज उपलब्ध कराएं।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक आतंकवादी समूह जुमदल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस समूह ने पिछले साल इस्लामिक स्टेट को अपना समर्थन देने की बात कही थी।
विस्फोट को सरकार की नाकामी बताते हुए मजलिस वहदातुल मुस्लिमीन (एमडब्ल्यूएम) और पाकिस्तान में शियाओं की प्रतिनिधि संस्था शिया उलेमा काउंसिल ने तीन दिनों का राष्ट्रव्यापी शोक घोषित किया है।
राष्ट्रपति ममनून हुसैन, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के प्रमुख अल्ताफ हुसैन ने घटना की निंदा की है।
2015 के प्रारंभ के बाद से देश में किसी इमामबाड़े पर यह दूसरा बड़ा हमला है। पहला हमला रावलपिंडी के चाटियां हाटियां इलाके के आन मोहम्मद रिजवी इमामबाड़े में हुआ था।