भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आज शनिवार को महू पहुंचकर पुलिस गोलीबारी में मारे गये आदिवासी युवक के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने महेश्वर जाकर उस आदिवासी युवती के परिजनों से भी भेंट की जिसकी हत्या की गई थी। कमलनाथ ने पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रूपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
प्रदेश की महू तहसील में आदिवासी युवती की कथित हत्या और पुलिस की गोलीबारी से मारे गये युवक भेरुलाल की मृत्यु पर शोक संवेदना व्यक्त करने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज मृतक के निवास पर उनके परिजनों से मुलाकात करने ग्राम माधवपुरा पहुंचे। जहां कमलनाथ ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढ़स बंधाया। उन्होंने परिजनों को आश्वस्त करते हुये कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी और मैं स्वयं व्यक्तिगत रूप से आपके साथ हैं और किसी भी तरह से आप अपने आपको अकेला महसूस न करें, कमलनाथ जी के दरवाजे हमेशा आपके लिए खुले हैं।प्रवास के दौरान कमलनाथ ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाते हुए कहा कि मप्र आदिवासियों पर अत्याचार में देश में नंबर वन पर है। भाजपा सरकार ने पहले आदिवासी युवक को गोली मारी और फिर कुछ लाख रुपए से उनकी जान की कीमत लगा रही है। उन्होंने दोनों परिवारों को एक करोड़ रुपए की सहायता देने की मांग की। मप्र के सभी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाएं हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि पुलिस की गोली से भेरूलाल की मुत्यु हुई उसी के परिजनों के खिलाफ 307 का मुकद्मा दर्ज किया गया जो मौके पर उपस्थित ही नहीं थे। पुलिस भाजपा नेताओं के दबाव में काम कर रही है और मामले पर लीपापोती कर रही है।पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं खुद आदिवासी इलाके से आता हूं। पूरे प्रदेश में भाजपा सरकार आदिवासियों पर अत्याचार कर रही है। कमलनाथ ने पूर्ण सुरक्षा और सहयोग का भरोसा दिलाया। महू की घटना पार पीड़ित परिवार को न्याय दिला कर रहेंगे। जिला पंचायत सदस्य रुक्मणि ने कमलनाथ से आदिवासी बालिकाओं को सुरक्षा देने की मांग की। आदिवासी नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि मृतक परिवार पर पुलिस लगातार नजर रख रही है और शोक व्यक्त करने आने वालो को भयभीत करने का प्रयास किया जा रहा है।इस दौरान नाथ ने कहा कि मृतक के परिजनों को 10 लाख का मुआवजा देकर राज्य सरकार घटना पर लीपापोती कर रही है। जबकि मृतक एक मात्र कमाने वाला घर का मुखिया था, मुआवजे की राशि बढ़ाकर दी जानी चाहिए। प्रदेश सरकार ने यदि मंदसौर गोलीकांड और नेमावर की घटना के बाद कठोर कदम उठाए होते तो शायद आज यह दुखद घटना नहीं हुई होती।
उन्होंने कहा कि मप्र में आदिवासी, दलित और पिछड़ों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ कांग्रेस प्रदेश भर में आंदोलन करेगी। वहीं उन्होंने प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया कि कांग्रेस के सत्तारूढ़ होते ही मप्र में सुदृढ़ कानून व्यवस्था और सुशासन की स्थापना की जायेगी। इस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। बस अब कुछ ही दिन बाकी हैं।इस दौरान पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. विजय लक्ष्मी साधो, बाला बच्चन, मोर्चा संगठनों की प्रभारी शोभा ओझा, मप्र कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष योगेश यादव, मप्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया, इंदौर जिला कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष सदाशिव यादव, अंतर सिंह दरबार, विधायक विशाल पटेल, प्रवक्ता मृणाल, रामेश्वर पटेल, रुक्मणि निनामा, महेश निनामा, मेवालाल, पंत सहित स्थानीय कांग्रेस नेता आदि उपस्थित थे।