छतरपुर: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में सोमवार को बीजेपी के विधायक राजेश प्रजापति से दुर्व्यवहार के आरोप के बाद एक पुलिस अधिकारी को उसकी मौजूदा तैनाती से हटा दिया गया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह ने घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. अधिकारी के कथित दुर्व्यवहार की घटना के विरोध में विधायक धरने पर भी बैठ गए थे.
लवकुश नगर थाना प्रभारी हेमंत नायक के साथ रविवार-सोमवार की दरमियानी रात तीखी नोकझोंक के बाद चंदला (एससी) विधानसभा सीट से विधायक राजेश प्रजापति ने धरना दिया. विधायक और पुलिस अधिकारी के बीच हुई कहासुनी का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है.
छतरपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन शर्मा ने कहा कि वीडियो का संज्ञान लेते हुए नायक को उनकी मौजूदा तैनाती से हटा दिया गया है और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह द्वारा घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. वीडियो में नायक को प्रजापति पर चिल्लाते हुए सुना जा सकता है कि वह झूठा मामला दर्ज नहीं करेगा, जिसके बाद दोनों के बीच बहस और बढ़ गई.
बहस के बाद में प्रजापति धरने पर बैठ गए और एक अन्य भाजपा विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी भी आधी रात के बाद धरने में शामिल हो गए. लवकुश नगर थाने पहुंचे एसपी शर्मा ने दोनों विधायकों से बात की और मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया.
प्रजापति ने संवाददाताओं को बताया कि एक मूक बधिर महिला पर कथित रूप से हमला करने वाले व्यक्ति के खिलाफ नायक द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार करने के बाद वह थाने पहुंचे थे. उसने दावा किया कि नायक ने न केवल उनके साथ बल्कि महिला के साथ भी दुर्व्यवहार किया.
प्रजापति ने कहा कि वह राज्य विधानसभा में पुलिस अधिकारी के दुर्व्यवहार का मुद्दा उठाएंगे और सदन की विशेषाधिकार समिति के समक्ष भी इस मुद्दे को उठाएंगे. छतरपुर के मलेहरा से विधायक लोधी ने कहा कि एसपी शर्मा ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज करने का आश्वासन दिया है.
इस बीच, राजेश प्रजापति के पिता और पूर्व विधायक आरडी प्रजापति ने कथित रूप से जातिवादी टिप्पणी करने के लिए नायक के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर नायक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो वह सुनिश्चित करेंगे कि छतरपुर जिले के मंदिरों के शहर खजुराहो में आगामी जी-20 से संबंधित कार्यक्रम के दौरान उनका विधायक बेटा पद से इस्तीफा दे दे.