नई दिल्ली। टाटा समूह द्वारा एयर इंडिया के अधिग्रहण को एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विल्सन कैंपबेल ने बहुत कम समय में उल्लेखनीय प्रगति की है। एयर इंडिया भविष्य के विकास को शक्ति देने के लिए नए विमानों के “ऐतिहासिक” आदेश को अंतिम रूप दे रही है और अपने पांच साल के रोडमैप ‘विहान’ को हासिल करने और एयर इंडिया को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइन बनाने की उम्मीद कर रही है।
एयरलाइन के प्रमुख कैंपबेल विल्सन ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि कंपनी नए विमानों के ऐतिहासिक ऑर्डर को पूरा कर रही है। एयर इंडिया के दूसरे वर्ष में प्रवेश करने के मौके पर विल्सन ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा कि आगे का रास्ता चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। उन्होंने कर्मचारियों को भेजे संदेश में जोर देते हुए कहा कि हमारी कामयाबी इस बात पर निर्भर करेगी कि हमारी खामियों को लेकर हमारा रुख कैसा होता है।
दरअसल, एयरलाइन कंपनी अगले 5 साल के रोडमैप ‘विहान-एआई’ के तहत एयर इंडिया को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइन बनाने की उम्मीद कर रही है, जिसमें कई कदम उठाए जाएंगे। इसके तहत कंपनी अपने चौड़े विमानों के बेड़े का आंतरिक स्वरूप बदलने के लिए 40 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी। एयर इंडिया प्रमुख के मुताबिक बीते एक साल के दौरान परिचालन में उसके कुल विमानों की संख्या 27 फीसदी बढ़कर 100 हो गई है। एयरलाइन ने 16 नए अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर परिचालन शुरू की घोषणा की जा चुकी है।
कंपनी ने अपनी क्षमताओं को बढ़ाने की खातिर विभिन्न कार्यों के लिए 1,200 से ज्यादा पेशेवरों को अपने साथ जोड़ा है। इसके साथ ही औसत दैनिक राजस्व बढ़कर दोगुना हो चुका है, जबकि कॉल सेंटरों में मानव संसाधन भी दोगुने से अधिक हो चुके हैं। टाटा समूह ने पिछले वर्ष 27 जनवरी को सरकार से घाटे में चल रही एयर इंडिया की कमान अपने हाथों में ले ली थी।