चंडीगढ़। पंजाब विश्वविद्यालय में बुधवार को उस समय हंगामा हो गया, जब छात्र संगठन एनएसयूआई के कुछ विद्यार्थियों ने यहां बीबीसी की बनाई प्रतिबंधित डाक्यूमेंट्री प्रोजेक्टर पर चला दी। बाद में प्रबंधन ने फिल्म को बंद करवाया गया है।
दरअसल, गुजरात दंगों में तत्कालीन मुख्यमंत्री के रोल को लेकर बीबीसी ने एक डाक्यूमेंट्री बनाई है। इस फिल्म को भारत में बैन किया गया है। सोशल मीडिया से भी फिल्म को हटाया जा चुका है। बुधवार को पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में छात्र संगठन एनएसयूआई के छात्र पेनड्राइव में यह फिल्म लेकर आए और प्रोजेक्टर पर इसे चला दिया। इसे देखने के लिए कई विद्यार्थी जुट गए। करीब 15 मिनट तक यह फिल्म विवि परिसर में चलती रही। इतने में विवि प्रबंधन को इसकी सूचना मिली, तब इस डॉक्यूमेंट्री के प्रदर्शन को तुरंत बंद करवा दिया गया। प्रबंधन की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने कुछ विद्यार्थियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया लेकिन बाद में छोड़ दिया।इस संबंध में एनएसयूआई नेता सचिन गालव शर्मा ने कहा कि इस डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन बंद करना गलत है। देश के प्रधानमंत्री से जुड़ी इस डॉक्यूमेंट्री को देखने का सबका अधिकार होना चाहिए। इस डॉक्यूमेंट्री को चलाने के लिए उन्होंने सुबह वीसी ऑफिस में भी संपर्क किया था मगर कार्यवाहक वीसी नहीं मिल पाई थी। जिसके बाद शाम को इसे चलाया गया।