Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith: वाराणसी के काशी विद्यापीठ में दलित गेस्ट लेक्चरर को नवरात्रि में महिलाओं को उपवास रखने के बजाय संविधान पढ़ने का सुझाव फेसबुक पर पोस्ट करना भारी पड़ गया है। पोस्ट को आधार बनाकर एबीवीपी के छात्रों के एक धड़े ने विरोध किया। आरोप है कि इन छात्रों ने लेक्चरर की पोस्ट को एडिट करते हुए अन्य बातें व फोटो जोड़कर विवादित पर्चा छपवाकर कैम्पस में बांटा। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। गुरुवार, 29 सितम्बर को कैम्पस में कई घंटों उपद्रव के बाद धार्मिक भावना आहात होने की बात लेकर विवि के कुलपति प्रो एके त्यागी से मिलकर कार्रवाई करने की मांग की। मसलन, महज एक पोस्ट के आधार पर काशी विद्यापीठ प्रशासन ने गेस्ट लेक्चरर मिथिलेश कुमार गौतम को नौकरी से बर्खास्त कर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इतना ही नहीं बर्खास्त करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय परिसर में उनके प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया। विश्वविद्यालय की तानाशाही रवैये को लेकर बनारस के लोगों में कड़ी नाराजगी है और सवाल खड़े कर रहे हैं।