नई दिल्ली, 28 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने बुधवार को कहा कि संविधान की मूल भूमिका में ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवाद’ शब्द नहीं है।
नई दिल्ली, 28 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने बुधवार को कहा कि संविधान की मूल भूमिका में ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवाद’ शब्द नहीं है।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिए गए विज्ञापन को लेकर सरकार की आलोचना हो रही है। इस विज्ञापन में भूमिका को इन दो शब्दों के बगैर दिखाया गया है।
मंत्री ने कहा कि विज्ञापन में मूल भूमिका की तस्वीर का इस्तेमाल इसके ‘सम्मान’ में किया गया।
उन्होंने 42वें संशोधन के पहले और बाद की भूमिका की तस्वीरों को ट्वीट किया। इसी संशोधन में ‘धर्मनिरपेक्षता’ और ‘समाजवाद’ शब्द को इसमें शामिल किया गया। उन्होंने आगे कहा है, “यह मूल भूमिका है। ‘समाजवाद’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों को 1976 में जोड़ा गया।”
राठौर ने संवाददाताओं से कहा, “मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि हम 66वां गणतंत्र दिवस मना रहे थे, हम उस भूमिका का जन्म दिन मना रहे थे जो उस समय से बहुत पहले तैयार की गई थी।”
राठौर ने कहा, “जो तस्वीर पेश की है वह पहली भूमिका की है जिसे हमारे महान नेताओं ने उस समय तैयार की थी।”
उन्होंने आगे यह भी बताया कि इन दोनों शब्दों को 42वें संशोधन के बाद 1976 में सम्मिलित किया गया।