gwalior news मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पुलिस और गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के जूनियर डॉक्टर के बीच जबरदस्त भिड़ंत हो गई. इस दौरान डॉक्टर्स ने एसपी की गाड़ी की चाबी तक छीन ली. दरअसल, कुछ जूनियर डॉक्टर्स कार में बैठकर शराब पी रहे थे. इस दौरान पुलिसवालों ने उन्हें रोकना चाहा. गुस्साए डॉक्टर्स ने पुलिस की एक न सुनी. इतना ही नहीं जब नगर पुलिस अधीक्षक ने शराब पीने वालों को रोका तो आरोपियों ने उनकी गाड़ी की चाबी छीन ली और मोबाइल भी तोड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर जूनियर डॉक्टर को बाहर निकालने के लिए पुलिसिया तरीका अपनाया.
मंगलवार की देर रात को कुछ जूनियर डॉक्टर सड़क किनारे कार में बैठकर शराब पी रहे थे. इस दौरान गश्त पर निकले सीएसपी ऋषिकेश मीणा ने इन जूनियर डॉक्टर्स को ऐसा करने से रोकने की कोशिश की, तो यह लोग सीधे महाविद्यालय के छात्रावास में घुस गए. सीएसपी ने हॉस्टल में गाड़ी दाखिल की तो बड़ी संख्या में छात्रावास में रहने वाले जूनियर डॉक्टर बाहर आ गए और उन्होंने सीएसपी की गाड़ी की चाबी छीन ली और टायर को पंचर कर दिया. इतना ही नहीं उन्होंने सीएसपी का मोबाइल छीनकर तोड़ दिया. आरोप तो यहां तक है कि जूनियर डॉक्टर ने सीएसपी के गनर को बंधक बना लिया और पीटा भी
इस घटनाक्रम की जानकारी जैसे ही पुलिस बल को हुई तो बड़ी तादाद में पुलिस जवान और अधिकारी जूनियर डॉक्टर्स के छात्रावास पहुंच गए और उन्होंने डंडा चलाना शुरू कर दिया. इसके बाद छात्रों को खींचकर बाहर निकाला गया तो कई छात्र छत की ओर भागते नजर आए. कुछ छात्रों को गिरने से चोट भी आई है. बाद में सीएसपी से छीना गया मोबाइल और गाड़ी की चाबी बरामद की गई.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मृगांखी डेका ने बताया है कि छह चिकित्सा छात्रों को हिरासत में लेकर उनसे कार की चाबी बरामद की गई. पुलिस की ओर से दोषी जूनियर डॉक्टर्स को छात्रावास से बाहर निकलने के लिए अनाउंसमेंट किया गया मगर वे बाहर नहीं आए. छात्रावास परिसर में गंभीर अपराध हुआ है इसलिए जूनियर डॉक्टर्स को छात्रावास से निकाल कर थाने ले जाया गया है. जांच में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.