अयोध्या- प्रभु राम की नगरी अयोध्या की समदा झील का सरकार कायाकल्प कराने जा रही है। अयोध्या से लगभग 20 किलोमीटर दूर सोहावल तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोला भिटौरा मोइयाकपुर सहित तीन ग्राम पंचायतों में 67 एकड़ में फैली समदा सबसे बड़ी झील है। इसका जीर्णोद्धार तेजी से कराया जा रहा है।
अयोध्या की समदा झील ऐतिहासिक और पौराणिक है। इसकी पौराणिक मान्यता है कि यह प्रभु श्रीराम के समय से ही अस्तित्व में है। यहां से प्रवाहित होने वाली समदा नदी जब सूख गई तो उस समय कुछ अवशेष के रूप में इस झील को छोड़ गई, जिसे आज समदा झील के रूप में जाना जाता है। यहां के लोगों की मानें तो इस झील पर पक्षियों का समूह अपने राम का गुणगान करता था। मान्यता है कि उस समय स्थानीय लोग पक्षियों की मधुर आवाज सुनने के लिए बैठे रहते थे।
इस झील की विशेषता यह भी है कि यहां स्थानीय पक्षियों के साथ प्रवासी पक्षियों (साइबेरियन, ऑस्ट्रेलियन व नेपाली) का भी जमावड़ा देखा जाता है। आसपास के जनपदों के लोग यहां के विहंगम ²श्य से दो-चार होने पहुंचते हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो झील के कायाकल्प के बाद यहां पक्षियों के लिए भी सुरक्षा का माहौल तैयार हो जाएगा।
अवर अभियंता प्रमोद कुमार शर्मा ने बताया कि अभी मिट्टी डालने का काम चल रहा है। बंधा बनाया जा रहा है। यहां लगभग 75 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। यह प्रोजेक्ट मई में शुरू किया गया था, अक्टूबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है। इस पर 8.33 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। शेष कार्य दूसरे चरण में किया जाएगा।