भोपाल: मध्य प्रदेश के धार जिले में तीन सौ करोड़ से ज्यादा की लागत से कारम नदी पर बन रहे बांध में रिसाव हो रहा है और एक तरफ की मिटटी के ढहने से खतरा बढ़ गया है. बड़े खतरे को देखते हुए 11 गांव को खाली कराया गया है. धार जिले के भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बांध बन रहा है. इस बांध के निर्माण पर 304 करोड़ की लागत आएगी. इस बांध के एक हिस्से से पानी का रिसाव हो रहा है और एक तरफ की दीवार की मिटटी भी ढह गई है. पानी का रिसाव बढ़ने पर आसपास के गांव पर असर पड़ने की आशंका है, यही कारण है कि आसपास के गांव के लोगों को सतर्क किया जा रहा है, इसके लिए मुनादी भी हो रही है. इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने बांध निर्माण में भ्रष्टाचार करने वाले अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है. धार के जिलाधिकारी डॉ. पंकज जैन ने बताया है कि भरुडपुरा में निर्माणाधीन कारम डेम में सीपेज के कारण एतिहायत कदम उठाए गए हैं, 11 गांवों को खाली कराया गया है, वहीं आगरा-मुम्बई मार्ग के यातायात का रास्ता बदला गया है.
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने अपने बयान में कारम नदी पर नवनिर्मित कोठीदा-भरुडपुरा डैम में लीकेज की खबर आने पर चिंता जताते हुए कहा, 304 करोड़ की इस योजना में शुरू से स्थानीय ग्रामीणजनों व जनप्रतिनिधियों द्वारा भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण कार्य की शिकायत दर्ज करवायी जा रही थी लेकिन शिकायतों की अनदेखी की गयी, जिसके परिणाम स्वरूप पहली बारिश में ही यह लीकेज की घटना सामने आयी है.
उन्होंने आगे कहा, आदिवासी क्षेत्रों में चले रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें निरंतर सामने आ रही है. मैं सरकार से मांग करता हूं कि डैम में लीकेज को देखते हुए सरकार सुरक्षा के तत्काल आवश्यक सभी कदम उठाये ताकि किसी भी तरह के नुकसान व जनहानि को रोका जा सके. आसपास के गांवो में विशेष सतर्कता बरतने व उन्हें सुरक्षित स्थानो पर पहुंचाने की तैयारी भी की जाए. कमलनाथ ने कहा- इस नवनिर्मित डेम में भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण की शिकायतों को देखते हुए विशेषज्ञों का एक जांच दल तत्काल गठित करने का निर्णय भी लिया जाए, जो इस निर्माण कार्य की जांच करे. साथ ही इसके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो.