भोपाल-मध्य प्रदेश में ‘मुख्यमंत्री राशन-आपके ग्राम’ योजना के तहत साढ़े सात लाख जनजातीय वर्ग के घरों तक खाद्यान्न पहुंचाने में कामयाबी मिली है। राज्य में जनजातीय वर्ग तक खाद्यान्न पहुंचाने के लिए ‘मुख्यमंत्री राशन-आपके ग्राम’ योजना संचालित है। इस योजना की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वर्तमान में इस योजना में जनजातीय वर्ग के युवाओं को जिम्मेदारी दी गई है, जिससे उन्हें स्व-रोजगार भी मिला और ग्रामवासियों को समय पर खाद्यान्न मिलना सुनिश्चित हुआ है। करीब साढ़े सात लाख लोगों को उनके गांव में ही खाद्यान्न पहुंचा है।
जानकारी दी गई कि यह योजना लागू होने के पूर्व जहां औसतन एक लाख 73 हजार मीट्रिक टन खाद्यान्न का उठाव हो रहा था, जो अब बढ़कर एक लाख 80 हजार मीट्रिक टन से भी अधिक हो गया है। इसी तरह उपभोक्ता संख्या में भी वृद्धि हुई है। गत वर्ष शुरू हुई इस योजना में पहले औसतन सात लाख 14 हजार उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे थे। अब इनकी संख्या बढ़ कर 7 लाख 30 हजार से अधिक हो गई है। विभिन्न जिलों में वृद्धि तीन से लेकर 10 प्रतिशत तक हुई है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के जनजातीय बहुल क्षेत्रों तक 223 प्रदाय केंद्रों से खाद्यान्न प्रदाय का कार्य करने की शुरुआत ‘मुख्यमंत्री राशन-आपके ग्राम’ योजना से की गई, जिसके फलस्वरूप 26 हजार से अधिक उचित मूल्य दुकान तक सामग्री पहुंचाई जाती है, जो उपभोक्ताओं को अब अधिक आसानी से मिल जाती है।
उपभोक्ताओं को खाद्यान्न देने का दिन निर्धारित कर यह व्यवस्था लागू की गई है। प्रदेश के 20 जिलों के 89 जनजातीय बहुल विकासखंड के ग्रामवासी योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। यह योजना लागू होने से पूर्व जनजातीय क्षेत्र के लोगों को दूसरे ग्राम तक राशन लेने जाना पड़ता था।