हरिकोटा-अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुका इसरो (Indian Space Research Organization) आज देश का नया रॉकेट लॉन्च करने जा रहा है. इसका नाम अब तक का सबसे छोटा रॉकेट होगा. जिसे एसएसएलवी (Small Satelite Launch Vehicle, SSLV) नाम दिया गया है. एसएसलवी की लॉन्चिंग आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा स्पेस सेंटर से की जाएगी. बता दें कि इससे पहले इसरो PSLV, GSLV रॉकेट लॉन्च कर चुका है.
इससे पूर्व लॉन्च पीएसएलवी (PSLV) द्वारा किये जाते थे, जिसकी लागत काफी ज्यादा थी और उसके निर्माण में 45 दिन और 600 इंजीनियर लगते थे. पीएसएलवी को लॉन्च के लिये पे-लोड पूरा करने के लिये सेटेलाइट (Satellite) का इंतज़ार करना पड़ता था. वहीं, एसएसएलवी (SSLV) को 6 इंजीनियर सिर्फ एक सप्ताह में तैयार कर सकते हैं. यह 10 किलोग्राम से 500 किलोग्राम तक के सेटलाइट को आसानी से अंतरिक्ष मे प्रक्षेपित कर सकता है. इसकी लागत पीएसएलवी से 10 गुणा कम है. यदि उपग्रह तैयार है तो रॉकेट भी तैयार है. एसएसएलवी के आने से वैश्विक बाजार में इसरो अंतरिक्ष के कारोबार में कड़ी प्रतिस्पर्धा देगा. छोटे-छोटे देशों के 500 किलोग्राम तक के उपग्रह के लिये ये वरदान सबित होगा.
रविवार को एसएसएलवी दो उपग्रह को अंतरिक्ष में 350 किलोमीटर वाली कक्षा में स्थापित करेगा. पहला उपग्रह 135 किलोग्राम वजन वाला भू- अवलोकन उपग्रह IOS 02 है जबकि दूसरा उपग्रह आजादी सेटलाइट है. जिसका वजन 7.5 किलोग्राम है. यह लॉन्च सुबह 9 बजकर 18 मिनट पर किया जाएगा.