कोलकाता, 28 जनवरी (आईएएनएस)। मशहूर लेखक अमिताव घोष ने जलवायु परिवर्तन के खतरे पर चेताते हुए कहा है कि दक्षिण एशिया में बंगाल डेल्टा ‘पारिस्थितिक विनाश’ का सामना कर रहा है।
उन्होंने क्षेत्र की अतिसंवेदनशीलता से संबंधित जानकारी की अस्पष्टता पर सवाल उठाए।
अमिताव ने यहां मंगलवार को कोलकाता लिटरेरी मीट में कहा, “दुनिया की किसी अन्य जगह की तुलना में हम बंगाल डेल्टा वासी पारिस्थितिक विनाश व तापमान बढ़ने की समस्या का सामना सबसे ज्यादा कर रहे हैं। मेरे लिए यह धूमिल या अस्पष्ट जानकारी हमारी पीढ़ी का बड़ा सवाल बन गई है।”
अमिताव की किताब ‘फ्लड ऑफ फायर’ वर्ष 2015 की बहु प्रतीक्षित किताब है। अमिताव, मैन बुकर प्राइज के लिए नामांकित हुए हैं और आर्थर सी. क्लार्क अवार्ड विजेता हैं।
पदमश्री प्राप्तकर्ता अमिताव की मुख्य कृतियों में ‘द कोलकाता क्रोमोसॉम : अ नोवल ऑफ फीवर्स, डेलीरियम एंड डिस्कवरी’, ‘द हंगरी टाइड’, ‘सी ऑफ पॉपीज’ व अन्य शामिल हैं।
उनके मुताबिक, जलवायु परिवर्तन सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण विषय है।
उन्होंने कहा, “मेरे खयाल से जलवायु परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण सवाल है।”