मुंबई- शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे की बगावत की पृष्ठभूमि में पद छोड़ने की पेशकश करने के कुछ ही घंटे बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात दक्षिण मुंबई स्थित अपना आधिकारिक आवास खाली कर दिया और बांद्रा स्थित अपने निजी आवास चले गए. ठाकरे मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ को खाली करके ठाकरे परिवार के निजी आवास ‘मातोश्री’ चले गए हैं. गौरतलब है कि शिंदे द्वारा दो दिन पहले बगावत किए जाने और बागी विधायकों के तेवर में कोई नरमी नहीं आने के बीच ठाकरे ने यह कदम उठाया है.
मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ छोड़ते वक्त शिवसेना नेता नीलम गोरहे और चन्द्रकांत खैरे आदि वहां मौजूद थे. ठाकरे रात करीब 9:50 बजे पत्नी रश्मी ठाकरे, पुत्र एवं कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे और तेजस ठाकरे के साथ जब ‘वर्षा’ से ‘मातोश्री’ के लिए निकले तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके पक्ष में नारेबाजी की और उनपर पुष्पवर्षा की. ठाकरे परिवार रात करीब 10:30 बजे ‘मातोश्री’ के बाहर पहुंचा. हालांकि, मुख्यमंत्री को वहां से अपने आवास तक पहुंचने में करीब 40 मिनट का वक्त लग गया.
सैकड़ों की संख्या में शिवसैनिक मालाबार हिल्स स्थित ‘वर्षा’ से लेकर बांद्रा स्थित ‘मातोश्री’ तक खड़े थे. उनके हाथों में तख्तियां, पार्टी के झंडे थे और वे नम आंखों से उद्धव ठाकरे जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. ठाकरे रास्ते में अपने पुत्र व राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे के विधानसभा क्षेत्र वर्ली में कार से बाहर निकले और फिर मातोश्री के पास भी बाहर निकलकर उन्होंने शिवसेना कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया.