अनिल कुमार सिंह धर्मपथ के लिए
सोशल मीडिया पर OBC आरक्षण के मुद्दे पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आधिकारिक पेज की हमने पड़ताल की,शिवराज सिंह ने OBC आरक्षण मुद्दे पर किये गए अपने प्रयासों एवं कार्यों का प्रस्तुतिकरण किया है,उसमें क्या कमेंट आये इसके आधार पर हमने पाया की शिवराज सिंह चौहान के हाथों OBC आरक्षण की चाबी फिसल गयी है,दरअसल इस मुद्दे पर राजनैतिक तिकड़मों का इतना खेल खेला गया की अब रायता फ़ैल चुका है.शिवराज सिंह चौहान की पोस्ट पर नकारात्मक कमेंट्स की संख्या अधिक है.
दोपहर 3:30 बजे शिवराज के पेज पर उनका बयान लिखा जाता है –
भोपाल में पिछड़ा वर्ग समाज के आभार कार्यक्रम में कन्याओं का पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम में सहभागिता की। मैंने विधानसभा में कहा था कि कोई साथ देगा, तो उसके साथ, कोई साथ नहीं देगा, तो उसके बिना और कोई विरोध करेगा, तो उसके बावजूद हम ओबीसी को आरक्षण के साथ मध्यप्रदेश में चुनाव करवायेंगे। कांग्रेस का ओबीसी के विरोध का इतिहास रहा है। सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी और कमलनाथ जी, जवाब दीजिये कि महाराष्ट्र में आपके समर्थन वाली सरकार है, तो महाराष्ट्र में आरक्षण क्यों नहीं दिला पाये और यहां आप बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। देश की आजादी के बाद से दशकों तक कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन ओबीसी वर्ग के कल्याण के लिए कांग्रेस ने कभी नहीं सोचा। काका कालेलकर आयोग की रिपोर्ट पर भी कभी कार्यवाही नहीं की।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ओबीसी को मेडिकल शिक्षा में आरक्षण दिया। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। कांग्रेस ने हर कदम पर कहा कि ओबीसी आरक्षण हो ही नहीं सकता, लेकिन हमने कभी भी प्रयासों में कमी नहीं आने दी। 1-1 वार्ड के आरक्षण की स्थिति को स्पष्ट किया। दिन-रात मेहनत कर ओबीसी को उसका हक दिलाया। हमने पूरी ताकत के साथ 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण की लड़ाई को लड़ा। शैक्षणिक संस्थानों में ओबीसी को आरक्षण का लाभ भारतीय जनता पार्टी ने दिया, कांग्रेस ने नहीं। कोर्ट से न्याय के लिए हमने जो संभव था, वह किया। हमने ओबीसी आयोग का गठन किया और आयोग ने कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी और कहा कि 48% आबादी है, 35% रिजर्वेशन देना चाहिये। कोर्ट ने निकायवार जानकारी की मांग की, तो दिनोरात हमारी टीम ने काम कर रिपोर्ट सौंपी।
मुझे मध्यप्रदेश में निवेश लाने के लिए विदेश जाना था, लेकिन जब ओबीसी के आरक्षण की बात आई, तो हमने अपनी यात्रा कैंसिल कर कोर्ट में ओबीसी के न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और अंतत: न्याय मिला। भारतीय जनता पार्टी का मूल मंत्र है-सब समाज को साथ लिए, आगे है बढ़ते जाना। सामाजिक न्याय, सामाजिक समरसता के साथ। ओबीसी ने सदैव देश को जोड़ने का काम किया, तोड़ने का नहीं। मैं आपसे यह निवेदन कर रहा हूं कि कोई भ्रम फैलाने की कोशिश करे, तो उसे सफल मत होने देना। सच्चाई को पूरी ताकत के साथ कहना। हमें प्रदेश और देश को तोड़ने वालों को सफल नहीं होने देना है।
5 घंटे बाद उस पर 182 कमेंट्स और 63 शेयर देखने में आते हैं इनमें लगभग 30 प्रतिशत कमेंट्स शिवराज जी के समर्थन में आये बाकी 70 प्रतिशत कमेंट्स विरोध में आये,
अमर नोरिया लिखते हैं – Amar Noriya
मुख्यमंत्री जी , बीजेपी के 2008 व 2013 के चुनावी घोषणा पत्र में माझी के पर्याय ढीमर भोई केवट कहार मल्लाह निषाद आदि को जनजाति की सुविधाएं देने का जो वचन दिया था उसको पूर्ण कब किया जायेगा ।
कन्हैया लाल धाकड़ लिखते हैं – Kanhaiya Lal Dhakad
ओबीसी समाज के नहीं है तो गुलाम है जो मामा का सम्मान कर रहे हैं बीजेपी का सम्मान कर रहे हैं असली ओबीसी होते तो आज सड़क पर होते हैं।
विक्रम वराडे लिखते हैं – Vikram Warade
Bjp और संघ ओबीसी,एस सी ,एस टी खिलाफ है ,यह सब ओबीसी को मालुम है ,शिवराज जी
विकास शर्मा लिखते हैं – Vikas Sharma
उद्योग विरोधी, रोजगार विरोधी, नौजवान विरोधी है, शिवराज सरकार !!
लगभग इसी समय पेज पर पोस्ट किया जाता है –
अगर कोई मुझसे पूछे कि 16 साल के मुख्यमंत्री काल में कौन सा सबसे बड़ा काम जिसने दिल को बहुत सुकून दिया हो, वो काम कौन सा है? तो मैं कहूंगा हम ओबीसी के आरक्षण के साथ चुनाव करवा पाए।
480 कमेंट्स और 121 शेयर वाली इस पोस्ट पर
मनोज सक्सेना लिखते हैं-Manoj Saxena
स्कूल अतिथि शिक्षकों से 15 वर्ष अल्प मानदेय में सेवा लेकर – अब बेरोजगार कर कहीं का नहीं छोडा । वर्तमान से भविष्य सब खराब कर दिया । यह शानदार कार्य आपने ही किया ।
मोनू बघेल का कमेंट है – MoNu Baghel
जब केंद्र मे भी भाजपा की सरकार और प्रदेश मे 15 सालो से आप बैठे हो तो ओबीसी आरक्षण पे चुनाव कराने को कौन रोक रहा था, पाकिस्तान ?
आज आपने ही साबित कर दिया कि भाजपा नही चाहती कि ओबीसी आरक्षण रहे।
वाह भाई वाह !
मोनू बघेल टिपण्णी करते हैं – MoNu Baghel
😃😃😃😃😃😃😃 क्यो लपेटे जा रहे हो मामाजी, ओबीसी आरक्षण पे तो पहले भी चुनाव हुआ करते थे, आपने तो ओर कुचल दिया है ओबीसी को
लगभग दोपहर 4 बजे पोस्ट आती है – मुझे मध्यप्रदेश में निवेश लाने के लिए विदेश जाना था, दावोस में कृषि विषय पर भाषण देने भी।
मैंने कहा कि मैं न अमेरिका, न इंग्लैंड जाऊंगा और न दावोस, सब कैंसिल। हम दिन-रात केवल ओबीसी आरक्षण के लिए काम करेंगे।
हमने दिनरात एक कर दिया। अंतत: न्याय मिला।
इस पोस्ट पर भी विरोधी कमेंट्स की बहुतायत पायी जाती है
आशुतोष दीक्षित लिखते हैं – आशुतोष दीक्षित
हिंदुत्व की बात बेमानी लगती है, आप किसी अन्य OBC भाई कें लिए अपनी आरक्षित सीट छोड़कर आगे बढ़िए, और केंद्र में ज़िम्मेदारी लीजिए
अरुण पटेल लिखते हैं – Arjun Patel
मामा जी न ओबीसी को आरक्षण मिला न किसान को केवल आप राजनीति करते रहे आपसे कितनी बार बोल चुका हूं लहसुन की फसल की ओर ध्यान दे
लक्ष्मण कुशवाहा का कमेंट है – Laxaman Kushwaha
बीजीपी पिछड़ा वर्ग के नेता शिवराज का सम्मान कर रहे है की 27% से 14% लाने पर क्या बात है चापलूसी की हद होती है
5 बजे शिवराज जी के पेज पर बयान आता है –
आज मैं पूरी तरह से संतुष्ट हूं, मन आनंद से भरा हुआ है, रोम-रोम मेरा पुलकित है।
जो संभव ही नहीं था वह संभव हुआ है, एक नया इतिहास बना है।
मध्यप्रदेश ने ओबीसी को न्याय दिलाने का रोडमैप बनाया है उस पर बाकी राज्य भी चलेंगे।
डीके राठौर लिखते हैं – Dk Rathor
जय हो मुख्यमंत्री श्री शिवराज मामा जी की जय
नीलेश लोधी का कमेंट है – Neelesh Lodhi
शिवराज जी 27% हो गया था 14 करा दिया आपने बहुत अच्छा किया चुनाव मे देखते है 2023
बसंत भागोरे काकहना है – Basant Bhagore
माननीय मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश में हर जिले के घुमा हूं मैं आपको धन्यवाद देता हूं आपके राज में समस्त जनता खुशी है जाे लाेग बाेलते है आै नही जानते कि 2023 मैं भारतीय जनता पाटी पूर्ण बहुमत से जीतेगी मेहनत करना हर कार्यकर्ता ने कर दी है 2023 पूर्ण बहुमत बीजेपी बीजेपी
परविंदर जी कहते हैं – Parvinder Singh Bhatia
🙏 सत्य मेव जयते 🙏
आपके राज में कोई कार्यवाही व सुनवाई नहीं हो रही है महोदय जी 🙏
कमलेश चौबे कहते हैं – Kamlesh Chaubey
माई के लाल वाले हाल होंगे मुख्यमंत्री जी
हमने पड़ताल में यह पाया की शिवराज सिंह के आधिकारिक फेसबुक पेज पर OBC आरक्षण मुद्दे पर शिवराज के बयानों पर विरोध की टिप्पणियों की संख्या अधिकता में है,वैसे शिवराज की लोकप्रियता अभी भी बरकरार है और चुनावी मैनेजमेंट में शिवराज माहिर हैं,अब देखना है ऊँट किस करवट बैठता है.