खरगोन-आपको मप्र की खरगोन पुलिस की जागरूकता दिखा दें जिसने दोनों हाथ न होते हुए भी सिर्फ मुसलमान होने के कारण एक दिव्यांग को पत्थरबाज दंगाई घोषित कर उसकी दूकान पर मामा जी का बुलडोजर चला दिया।
शहर में रामनवमी पर 10 अप्रैल को हुए उपद्रव के बाद 11 अप्रैल को प्रशासन ने अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई की। अब सात दिन बाद संजय नगर निवासी दोनों हाथों से दिव्यांग वसीम अहमद शेख ने सामने आकर अपनी व्यथा सुनाई और कहा कि दंगाई होने के आरोप में मेरी गुमटी भी तोड़ दी गई। मैं दंगाई कैसे हो सकता हूं, जबकि पानी पीने के लिए भी मैं दूसरों पर मोहताज हूं। मेरी दुकान तोड़ने से पहले मुझे प्रशासन ने कोई नोटिस भी नहीं दिया।