नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों में सीएनजी और पीएनजी के दाम फिर बढ़ गए हैं. बृहस्पतिवार को सीएनजी की कीमत 2.50 रुपये किलो और पाइप के जरिये घरों में पहुंचने वाली रसोई गैस (पीएनजी) 4.25 रुपये प्रति यूनिट बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. कच्चे माल की लागत में वृद्धि के बाद ईंधन के दाम बढ़े हैं.
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएनजी अब 71.61 रुपये किलो मिलेगी, जो इससे पहले 69.11 रुपये किलो थी. कंपनी दिल्ली और आसपास के शहरों में सीएनजी और पीएनजी की खुदरा बिक्री करती है.
ईंधन के दाम इस महीने तीसरी बार तथा सात मार्च से 11वीं बार बढ़े हैं.
कुल मिलाकर सीएनजी की कीमत छह सप्ताह से भी कम समय में 15.6 रुपये किलो बढ़ गई है. इसमें से 7.5 रुपये किलो की बढ़ोतरी इसी महीने हुई है. पिछले एक साल में सीएनजी के दाम 28.21 प्रति किलो यानी 60 प्रतिशत बढ़े हैं.
इसके साथ पीएनजी की कीमत 4.25 रुपये प्रति घन मीटर (एससीएम) बढ़कर 45.86 रुपये एससीएम हो गई है.
शहरों में गैस वितरण करने वाली कंपनियां पिछले साल अक्टूबर से ही दाम बढ़ा रही हैं. उसी समय से महामारी से प्रभावित वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में पुनरुद्धार के साथ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गैस के दाम बढ़ने शुरू हुए थे.
कीमतें 2021 के अंतिम तीन महीनों में 8.74 रुपये किलो बढ़ीं. जबकि इस साल जनवरी से लगभग हर सप्ताह करीब 50 पैसे की वृद्धि हुई है.
सरकार द्वारा प्राकृतिक गैस के दाम एक अप्रैल से दोगुना से अधिक कर 6.1 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (यूनिट) करने के बाद कीमतें बढ़ी हैं.
प्राकृतिक गैस को जब ‘कंप्रेस्ड’ किया जाता है, वह सीएनजी बनती है, जिसका उपयोग ईंधन के रूप में वाहनों में होता है. उसी गैस को खाना पकाने और अन्य कार्यों के लिए पाइप के जरिये रसोई और उद्योगों को पहुंचाया जाता है.
महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने बुधवार को मुंबई में ‘कंप्रेस्ड नैचुरल गैस’ (सीएनजी) की कीमत पांच रुपये किलो बढ़ाकर 72 रुपये कर दी. साथ ही पीएनजी के दाम 4.50 रुपये बढ़ाकर 45.50 रुपये प्रति घन मीटर कर दिए गए.
नवीनतम मूल्य वृद्धि से पहले बीते छह अप्रैल से महानगर गैस लिमिटेड द्वारा सीएनजी 67 रुपये प्रति किलोग्राम के दाम पर बेची जा रही थी, जबकि पीएनजी की कीमत 41.50 रुपये प्रति घन मीटर थी.
महानगर गैस लिमिटेड ने बीते 31 मार्च को सीएनजी की खुदरा कीमतों में 6 रुपये प्रति किलोग्राम और पीएनजी के लिए 3.50 रुपये की कमी की थी, जब राज्य सरकार ने 1 अप्रैल से प्रभावी 13.5 प्रतिशत से इन ईंधनों पर वैट घटाकर 3 प्रतिशत कर दिया था.